कैलाश नाथ सिंह यादव ने कहा कि वह कांशीराम की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए थे और पिछले दो दशक से पार्टी में ईमानदारी से काम कर रहे थे, मगर पूर्वांचल में विगत वर्षों में आपसी गुटबाजी से संगठन कमजोर हो रहा है और पार्टी के पुराने नेताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है , ऐसे में उनके जैसा कार्यकर्ता पार्टी के अंदर घुटन महसूस कर रहा था, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लिया है । उन्होंने वाराणसी आजमगढ़ मंडल जोन के प्रभारी को अपना इस्तीफा का पत्र भेज दिया है ।