इस सम्बंध में बातचीत के बाद लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाराणसी हेल्प डेस्क के प्रभारी डॉ शेर मोहम्मद ने कहा की एयरपोर्ट पर आए तकरीबन 16 हजार लोगों की यहां थर्मल सकैनिंग से जांच भी की जा चुकी है। सभी को 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने को कहा गया है। बावजूद इसके कुछ लोग इसका पालन नहीं किये। जिस कारण संक्रमण बढ़ने का खतरा है। ऐसे में वो लोग जो बाहर से आये हैं वे अस्पताल पहुंचकर अपनी जांच करा लें।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से वाराणसी एयरपोर्ट पर बनाए गए हेल्पडेस्क में 2 महीने में आए 16 हजार यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इसमें सभी के हाथों पर होम क्वॉरेंटाइन की मुहर लगाकर घर में रहने की सलाह दी गई थी। जो लोग बनारस एयरपोर्ट से उतरकर अपने घरों को गए उनकी सूची तो स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंच चुकी है और जो दुबई, इटली, सऊदी अरब सहित अन्य देशों से दिल्ली तक तो फ्लाइट से आए, लेकिन यहां के बाद ट्रेन से बनारस आ गए। ऐसे लोगों का स्वास्थ्य विभाग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें भी विभाग ने जांच कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश नके बाद गांव में पहुंचे लोगों की भी सूची बनाई जा रही है। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर टीम को लगा दिया गया है। गांव पहुंचे लोगों का नाम, पता, मोबाइल और कहां से कब यात्रा कर गांव आये हैं, इनकी जानकारीयां ली जा रही हैं। इन सभी को अस्पताल ले जाकर इनकी जांच कराई जाएगी। साथ ही इन्हें कह दिया गया है की वह घर में ही अकेले में रहें, लोगों से न मिले जुलें और जितनी जल्दी हो जांच करा लें।