गौशाला के लिए विगत 4 माह से आवंटित नहीं हुआ बजट, व्यापारी भूसा, चारा देने से कर रहे इनकार

– शासन की तरफ से ₹30 प्रति पशु के हिसाब से बजट दिया जाता है। जनपद की गौशाला में 7940 गोवंश को खिलाने में परेशानी, मजदूरों को वेतन नहीं, व्यापारी भी चारा देने से कर रहे इंकार
 
 

<p>Patrika</p>

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क

उन्नाव. सिकंदरपुर सरोसी विकास खंड के गांव थाना में स्थित बृहद गौशाला के पशुओं को चारों सप्लाई करने वाले व्यापारी वह देखभाल करने वाले मजदूरों को विगत 4 महीने से भुगतान नहीं हुआ है। जिससे गौशाला कर्मियों व संचालक में रोष व्याप्त है। गौशाला संचालक ने कहा कि भुगतान न होने के कारण सप्लायर चारा और भूसा देने से मना कर रहे हैं। जबकि मजदूरों का कहना है कि 4 मार्च से मानदेय नहीं मिला है। अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है। पंचायत चुनाव के कारण बिल प्रस्तुत करने में गौशाला संचालकों की तरफ से देरी हुई है। आज शाम तक बीडीओ के खाते में आवंटित धनराशि आरटीजीएस हो जाएगा।

सिकंदरपुर सरोसी विकासखंड के थाना गांव का मामला

सिकंदरपुर सरोसी विकास खंड के गांव थाना में स्थित बृहद गौशाला में लगभग 480 पशुओं को रखा गया है। गौशाला संचालक विवेक सिंह ने बताया कि उनको शाला में 6 श्रमिक काम करते हैं। जबकि जानवरों के लिए चारा और भूसे की सप्लाई सप्लायर द्वारा किया जाता है। विगत 4 माह गौशाला खर्च के लिए उन्हें कुछ भी नहीं मिला है।जिससे श्रमिकों को दिया जाने वाला वेतन भी नहीं मिल पाया है। सप्लायर भी भुगतान न होने के कारण चारों और भूसा देने से मना कर रहे हैं। श्रमिकों ने बताया कि वह दिन भर यहां काम करते हैं लेकिन विगत तीन-चार माह से उन्हें कुछ भी नहीं मिला है वह अपने घर का खर्च कैसे चलाएं। उल्लेखनीय पुरवा स्थित गोशाला में विगत दिनों दो जानवरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद प्रशासन ने जांच टीम भेजी थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया था कि जानवरों की मौत बीमारी के कारण हुई है।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया

इस संबंध में बातचीत करने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि गौशाला के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। पंचायत चुनाव के कारण ग्राम प्रधान, गौशाला संचालक की तरफ से बिल बाउचर नहीं दिए गए। जिसके कारण भुगतान में दिक्कत आई है। उन्होंने कहा कि 29 मई को गौशाला संचालकों की तरफ से बिल वाउचर मिले हैं। आज शाम एक करोड़ 45 लाख रुपए का भुगतान बी.डी. ओ. के खाते में पहुंच जाएगा। जहां से गौशाला संचालक को डिमांड के अनुरूप धनराशि भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि जनपद में दो बृहद गौशाला, तीन कांजी हाउस, नगर पंचायतों में 18 अस्थाई और ग्रामीण क्षेत्रों में 136 गौशाला संचालित हैं। जिनमें कुल 7940 गोवंश रखे गए हैं। जिन्हें प्रतिदिन ₹30 के हिसाब से भुगतान दिया जाता है।

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