विधानसभा अध्यक्ष के गृह क्षेत्र में सड़क पर प्रसव, शिशु की मौत

– रूटिंग चेकअप के लिए मोटरसाइकिल से दूसरी सीएचसी पुरवा आते समय रास्ते में हुआ प्रसव
– एंबुलेंस से लाया गया दूसरी सीएचसी, नवजात की मौत
– जिलाधिकारी से सुविधा उपलब्ध कराने की मांग

<p>विधानसभा अध्यक्ष के गृह क्षेत्र की सीएचसी में नहीं है प्रसव की सुविधा, सड़क पर प्रसव, शिशु की मौत</p>

उन्नाव. विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के गृह क्षेत्र में संचालित सीएचसी में प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने के कारण जच्चा बच्चा को जान जोखिम में डालकर दूसरे स्वास्थ्य केंद्र में जाना पड़ता है। इसी क्रम में विगत दिनों डेली रूटीन को आ रही गर्भवती महिला की स्थिति रास्ते में बिगड़ गई। रास्ते में ही प्रसव हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची एंबुलेंस के माध्यम से उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टरों ने नवजात शिशु को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है। मां का रो रो कर बुरा हाल था।

 

मौरावां से पुरवा आते समय हुई घटना

पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूखंड खेड़ा निवासी श्रीदेवी (35) पत्नी बिंदा प्रसाद अपने मायके मौरावां थाना क्षेत्र के गांव पटेहर में थी। रूटीन चेकअप के लिए उसे मौरावां से पुरवा आना पड़ता था। इसी क्रम में वह अपने पति बिंदा प्रसाद और भाई राकेश के साथ मोटरसाइकिल से पुरवा आ रही थी। राजा बाजार के निकट अचानक प्रसव शुरू हो गया। परिजनों ने नजदीक ही स्थित चबूतरे पर उसे लिटा कर एंबुलेंस 102 को फोन किया। जब तक एंबुलेंस पहुंचती तब तक प्रसव हो चुका था। जच्चा बच्चा को एंबुलेंस से सीएससी पुरवा लाया गया। जहां डॉक्टरों ने नवजात पुत्र को मृत घोषित कर दिया।
जिलाधिकारी से सुविधा उपलब्ध कराने की मांग

मौरावां क्षेत्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का क्षेत्र है। जहां पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव की सुविधा ना होने का कारण स्थानीय लोगों को पुरवा सीएचसी जाना पड़ता है। जबकि मौरावां सीएससी में तीन महिला चिकित्सकों की तैनाती है। लेकिन कोई भी रात्रि निवास नहीं करता है। चर्चा है कि चालू वित्तीय वर्ष में सीएचसी मौरावां में एक प्रसव केस नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से सीएचसी मौरावां में व्याप्त अनियमितताओं को दूर करने और सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।

 

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