मिली जानकारी के अनुसार 2019 में सरकारी अभिलेखों के साथ छेड़छाड़, फ्लुइड लगाने के मामले में सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था इसके अतिरिक्त चाचा के खिलाफ गैंगस्टर कभी मामला दर्ज है। चाचा पर आरोप है कि उसने अदालत के आदेश पर फ्लूइड लगाकर लाभ प्राप्त किया था। जांच में सही पाए जाने पर सदर कोतवाली में चाचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। हाईकोर्ट ने 2020 में चाचा को जमानत दी थी। जिसके खिलाफ माखी निवासी नवीन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि पीड़िता का चाचा कई साल से फरार है। उसे जमानत देना न्याय हित में नहीं है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को बदलते हुए चाचा की जमानत याचिका खारिज कर दी।