यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक प्रमाण पत्र को बताया फर्जी, दो भाइयों के खिलाफ विभाग ने की बड़ी कार्रवाई

फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र से नौकरी कर रहे थे। विभाग ने की बड़ी कार्रवाई।

<p>यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक प्रमाण पत्र को बताया फर्जी, दो भाइयों के खिलाफ विभाग ने की बड़ी कार्रवाई</p>

उन्नाव. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 2 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है एसबीआई को दोनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। यह दोनों शिक्षक सगे भाई हैं और बलिया के निवासी हैं। एसबीआई ने एक शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। जबकि दूसरे ने शीघ्र ही मुकदमा दर्ज कराने की जानकारी दी। सफीपुर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि एसडीआई की तहरीर पर शिक्षक के खिलाफ संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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सफीपुर विकासखंड के गांव रूपपुर चंदेला स्थित विद्यालय के शिक्षक रामाशीष यादव के खिलाफ एसडीआई अरुण अवस्थी ने कोतवाली में तहरीर दी है। जिसमें उन्होंने बताया है कि रामाशीष यादव ने फर्जी शिक्षक सर्टिफिकेट के आधार पर शिक्षक की नौकरी पाई है यूनिवर्सिटी ने भी सर्टिफिकेट को फर्जी बताया है सफीपुर कोतवाली पुलिस ने रामाशीष यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 467/468/471 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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रामाशीष यादव का एक अन्य भाई राम भवन यादव की भी सेवा समाप्त कर दी गई है। जो हिलौली विकासखंड के शिवदयाल खेड़ा प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाता था। जिसके भी शैक्षिक सर्टिफिकेट को यूनिवर्सिटी ने फर्जी करार दिया है। हिलौली विकासखंड के एसडीआई ने बताया कि राम भवन यादव के खिलाफ शीघ्र ही एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार पांडेे ने जानकारी दी कि दोनों शिक्षक के खिलाफ 2017 में जांच शुरू हुई थी। यूनिवर्सिटी ने दोनों के शैक्षिक प्रमाण पत्र को फर्जी बताया था। जिसके बाद अप्रैल माह में दोनों की सेवाएं समाप्त कर दी गई और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए थे।

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