नौरोजाबाद पुलिस ने सूदखोर पर कसा शिकंजा, पूर्व में भी दर्ज थे 8 प्रकरण
उमरिया. कॉलरी कर्मचारी को ब्याज पर पैसे देने के एवज में चेकबुक, पासबुक और आधारकार्ड अपने कब्जे में ले रखा था। लगभग पांच वर्ष के समयांतराल में सूदखोर ने मूलधन का चार गुना वसूल भी कर लिया। इसके बाद भी और पैसों की मांग करते हुए कॉलरी कर्मचारी को झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दे रहा था। जिससे परेशान कॉलरी कर्मचारी द्वारा सदूखोर के विरुद्ध नौरोजाबाद थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए नौरोजाबाद पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चेकबुल, पासबुक व आधार कार्ड जब्त करते हुए आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया है।
5 प्रतिशत ब्याज में लिए थे 40 हजार
जानकारी के अनुसार उमरिया निवासी कॉलरी कर्मचारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सूदखोर उमेश सिंह से 2015 में आवश्यकता पडऩे पर 40000 रूपये 5 प्रतिशत की दर से उधार लिया था। इसके बदले में उमेश सिंह ने उससे चेकबुक, बैंक पासबुक, आधारकार्ड रख लिया था। जिसके बाद वर्ष 2015 से वर्ष 2021 के मध्य उमेश सिंह उससे 2 लाख 10 हजार रुपए वसूल लिए थे। इसके बाद भी उससे 2 लाख 25 हजार रूपये की मांग कर रहा है। पैसे न देने पर सूदखोर द्वारा चेक बाऊंस के झूठे मुकदमें में फंसा देने की धमकी दे रहा है।
पहले से दर्ज है 8 प्रकरण
कॉलरी कर्मचारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी उमेश सिंह पिता नागेश्वर सिंह निवासी बाबूलाईन नौरोजाबाद के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कब्जे से पुलिस ने बैंक पासबुक, चेकबुक आदि जब्त करते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया है। बताया जा रहा है कि पूर्व में भी उमेश सिंह के विरूद्ध वर्ष 2004 से 2011 के मध्य 8 अपराध पंजीबद्ध है।
इनका रहा विशेष योगदान
पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार शाहवाल, अति. पुलिस अधीक्षक रेखा धर्मेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन व एसडीओपी पाली डॉ. जितेन्द्र सिंह जाट के निर्देशन में थाना से निरी. डॉ. ज्ञानेन्द्र सिंह, उनि शरद खम्परिया, उनि राजभान धुर्वे, उनि रामदत्त चक्रवाह, सउनि वीरेन्द्र सिंह, प्रआर बसंत सिंह, आर. राकेश प्रजापति, आर. रतन तांडेकर, आर. बेयन्त राणे का कार्यवाही में विशेष योगदान रहा।