एक साल से बंद थे छात्रावास, फिर भी दुकानों को आवंटित हो रहा था राशन

कलेक्टर ने बनाई जांच टीम, सात दिवस के अंदर सौंपेंगे रिपोर्ट

<p>Hostels were closed for a year, yet ration was being allotted to shops</p>

उमरिया. जिले में संचालित छात्रावास कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले एक वर्ष से अधिक समय से बंद पड़े हैं। इसके बाद भी छात्रावासों को आवंटित खाद्यान्न संबंधित उचित मूल्य दुकानों को प्रदाय किया जा रहा है। जिसकी जानकारी होने पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने गंभीरता से लेते हुए मामले की छानबीन के लिए टीम गठित की है। पिछले एक साल मे किस किस उचित मूल्य दुकानो को छात्रावासों के लिए कितना-कितना खाद्यान्न प्रदाय किया गया इसकी जांच टीम द्वारा की जाएगी। कलेक्टर द्वारा गठित दल में आशीष चतुर्वेदी नायब तहसीलदार तहसील बांधवगढ़, हेमंत तलगांवकर जिला प्रबंधक खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम उमरिया तथा जागृति प्रजापति कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खाद्य विभाग को शामिल किया गया है। जांच दल छात्रावासो को प्राप्त आवंटन अनुसार उचित मूल्य दुकानो द्वारा किन-किन छात्रावासो को खाद्यान्न प्रदाय किया गया है, यदि छात्रावासो को खाद्यान्न प्रदाय नही किया गया है तो बचे स्टाक का क्या किया गया, इत्यादि की जांच, सत्यापन कर जांच प्रतिवेदन सात दिवस के अंदर प्रस्तुत करने कहा गया है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.