गांव की महिलाओं का नवाचार
उमरिया•Oct 17, 2021 / 11:42 pm•
ayazuddin siddiqui
Dung lamps and idols of Lakshmi-Ganesh will remain in the market
उमरिया. दीपावली के तैयार को लेकर हर तरफ जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। व्यापारी जहाँ मांग के अनुसार उत्पाद तैयार करने में जुटे हैं। वही छोटे व्यापारी दुकानों की सजावट में जुट गए हैं। वहीं जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गठित स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने इस दीपावली में कुछ अलग करने की ठानी है। जिला परियोजना समन्वयक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि महिलाओं को आधुनिक डिजाइन के दीप बनाए जाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गौ पालन समूह कुमर्दू एवं कौडिय़ा के समूहों ने उत्पादन शुरू भी कर दिया है। दीपोत्सव के लिए नंद गौशाला कुमुर्दु और शिव गौशाला कौडिय़ा 22 में गोबर के दीपक बनाए जा रहे हैं। वहीं समूह की महिलाओं द्वारा लक्ष्मी एवं गणेश जी की मूर्ति का भी निर्माण किया जा रहा है। इन देवी-देवताओं की मूर्ति बनाए जाने में गोबर का उपयोग किया जाएगा। गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का यह प्रयोग किया जा रहा है। मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी का कहना है कि सरकार की मंशानुरूप महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के सभी प्रयास शुरू किए गए हैं, उसी दिशा में यह प्रयास है। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में गठित स्वसहायता समूहों की महिलाओं में भरपूर आत्मविश्वास तथा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने बाजार में पहचान बनाई है। दीपावली के अवसर पर वे खुले बाजार में अपना उत्पाद का विक्रय प्रतिस्पर्धा के साथ करेंगी। विक्रय के लिए जिला मुख्यालय सहित अन्य नगरीय क्षेत्र तथा हाट बाज़ार में आउट लेट उपलब्ध कराए जाएंगे। उत्पाद की गुणवत्ता तथा उनकी कीमत बाजार के अनुकूल तय की जाएगी।