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रात में हुई थी पत्नी से बात, सुबह मिली मौत की खबर
जितेंद्र शेरे का स्वास्थ्य खराब होने पर सोमवार को उन्हें माधवनगर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। रात को उनकी पत्नी संगीता से फोन पर चर्चा हुई। सुबह जितेंद्र की मौत की जानकारी मिली। पत्नी संगीता ने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी स्थिति बिगड़ी थी। परिजन व अन्य जितेंद्र का शव लेने माधवनगर अस्पताल पहुंचे लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हुई। लंबे इंतजार के बाद भी जब वाहन की व्यवस्था नहीं हुई तो पहले ही अव्यवस्था से नाराज लोगों का आक्रोश फूट गया। उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इस दौरान पुलिसकर्मी से भी झड़प हुई। अस्पताल के कक्ष में मौजूद अपर कलेक्टर व नोडल अधिकारी एसएस रावत को भी बाहर निकलने की चेतावनी दी। हंगामे के बाद वाहन उपलब्ध कराया गया।
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कई मरीजों के मरने की चर्चा, कलेक्टर ने इनकार किया
रात में ऑक्सीजन की कथित किल्लत का मामला सामने आने के बाद गुरुवार को दिनभर मौतों को लेकर अलग-अलग आंकड़ों की चर्चा रही। कहीं माधवनगर में पांच मरीजों की बात कही गई तो कहीं विभिन्न जगह 14 लोगों के मरने का दावा किया गया। कलेक्टर आशीषसिंह ने इसका खंडन किया है। उनके अनुसार सोशल मीडिया पर कोरोना से 14 मरीजों की मृत्यु की खबर गलत है। आज दिनभर में कोरोना से 2 मरीजों की मृत्यु अवश्य हुई है। एक अन्य खबर में ऑक्सीजन की कमी से भी माधव नगर अस्पताल में एक मृत्यु को होना बताया जा रहा है, वह भी गलत है। ऑक्सीजन की सप्लाई में एक क्षण के लिए भी बाधा उत्पन्न नहीं हुई है और अस्पताल में अभी 121 मरीज इलाज प्राप्त कर रहे हैं।
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