उदयपुर की शानू दो प्रयासों में हुई विफल फिर भी नहीं हुई निराश आखिर, बनी सिविल जज

उदयपुर की 27 साल की शानू ने गुजरात सिविल जज परीक्षा में पाया चौथा स्थान

उदयपुर. पहले दो प्रयासों में विफल रहीं लेकिन ना तो हार मानी और ना ही निराशा ने घेरा। मकसद और जुनून केवल सिविल जज बनना था। इस जुनून के आगे कुछ नहीं दिखाई देता था। बस, इसी का नतीजा ये सफलता है। इस सफलता का कोई मोल नहीं है। ये सफलता अपनी कड़ी मेहनत से हासिल की है शहर की शानू अग्रवाल ने। गुजरात सिविल जज परीक्षा 2020 में उदयपुर की शानू अग्रवाल ने सफलता प्राप्त कर उदयपुर को गौरवान्वित किया है।

सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस करते हुए की परीक्षा की तैयारी

सेक्टर 7 स्थित गुप्तेश्वर नगर निवासी शानू अग्रवाल ने सिविल जज परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है। शानू ने केन्द्रीय विद्यालय प्रतापनगर से पढ़ाई करने के बाद नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना से एल.एल.बी. की डिग्री 2017 में पूरी की। उसके उपरांत शानू ने सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस करते हुए परीक्षा की तैयारी की। शानू के पिता कमलेश कुमार अग्रवाल राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक लोसिंग से वरिष्ठ प्रबन्धक के पद से रिटायर्ड हैं एवं माता पुष्पा अग्रवाल गृहिणी हैं। शानू के बड़े भाई विजय अग्रवाल ने भी 2013 में सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की थी एवं अभी वे डिप्टी कमीश्नर (कस्टम्स) पोरबंदर में कार्यरत हैं। वहीं बड़ी बहन आशु अग्रवाल गुडग़ांव में एक एमएनसी कंपनी कार्यरत हैं। शानू ने अपनी सफ लता का श्रेय कड़ी मेहनत, अपने परिजनों और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, लखावली के प्राचार्य सुशीलकुमार गुप्ता को दिया ।

धैर्य व कड़ी मेहनत है सफलता का मंत्र
शानू ने बताया कि किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत व धैर्य होना चाहिए। वहीं, स्ट्रेटेजी भी होनी चाहिए। साथ ही यदि आपने कुछ पाने के लिए ठान लिया है तो उसके प्रति जुनून होगा तो वो आपको मिल ही जाएगा। जब परीक्षा में पूर्व में असफलता मिली और कोरोना के कारण परीक्षा में भी समस्याएं आई तब भी खुद को सकारात्मक बनाए रखा। धैर्य रखा व कड़ी मेहनत करती रही। बस, जो चाहिए था वो मिल गया। अब जज बन कर समाज व न्याय के लिए सेवाएं देनी हैं।
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