राम कुक, रावण किसान और सूर्पनखा शिक्षाधिकारी
खरसाण में 68 साल से होता है रामलीला मंचन, मंचन के लिए महानगरों से आते हैं स्थानीय निवासी, श्रद्धावश स्थानीय कलाकार करते हैं मंचन
<p>राम कुक, रावण किसान और सूर्पनखा शिक्षाधिकारी</p>
नरेन्द्र मेनारिया/खरसाण. गांव में ६८ सालों से रामलीला का मंचन उत्साह से किया जा रहा है। सन 1950 में शुरुआत के बाद से लगातार भगवान राम के प्रति आस्था प्रकट की जा रही है। खास बात ये कि रामलीला में किरदार निभाने वाले पेशे से कलाकार नहीं है, लेकिन वे आस्थावश रामलीला में किरदार निभाते हैं। रामायण में राम का किरदार निभाने वाले कुक, रावण बनने वाले किसान के साथ ही दशरथ, विभिषण और सुग्रीव का किरदार निभाने वाले पेशे से शिक्षक हैं। गांव में इन दिनों रामलीला का मंचन बड़े ही उत्साह से किया जा रहा है। गौरतलब है कि रामलीला के अभिनय को करते हुए 68 वर्ष हो गए। ऐसे में स्वर्ण जयंती मनाई गई। रामलीला के सभी कलाकार स्थानीय निवासी ही है। इसमें शिक्षा अधिकारी, अध्यापक, कुक, मैकेनिक, इलेक्ट्रिशिन, किसान है। कलाकार दिनभर अपने पेशे में व्यस्त रहते हैं और शाम को मंच पर किरदार को जीवन्त करते नजर आते हैं। कलाकारों में वे लोग भी शामिल हैं, जो दूर शहरों में कुकिंग करते हैं। रामलीला शुरू होने पर वे गांव आ जाते हैं। अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभा वापस लौट जाते हैं।
रात ८ बजे सभी कलाकार रामलीला के लिए स्वांग रचते है और करते हैं अभिनय। रामलीला देखने के लिए उदयपुर व आसपास के गांव वल्लभनगर, भटेवर, मेनार, नवानिया, रूंडेड़ा, खेरोदा, वाना, अमरपुरा, भींडर, बांसड़ा, तारावट, किकावास, बाठरड़ा, मोडी, कलवल, बड़वई गांवों से लोग जुटते हैं। पांडाल खचाखच हो जाता है। हर वर्ष रामलीला के लिए हनुमान मंदिर के सामने रंगमंच बना रखा है।
कलाकारों की भूमिका
किसान परमानंद मेनारिया रामायण में बाणासुर, रसोइया नंदलाल मेनारिया राम बनते हैं। सुर्पणखा बनने वाले पुष्करराज मेनारिया शिक्षा अधिकारी और लक्ष्मण बने राजेन्द्र मेनारिया कम्प्यूटर टीचर है। सीता बनने वाले भगवतीलाल मेनारिया किसान और दशरथ बनने वाले ईश्वरलाल मेनारिया अध्यापक हैं। जनक बने जमनाशंकर मेनारिया स्कूल चलाते हैं, वहीं इलेक्ट्रिशियन जगदीश मेनारिया पेटू राजा का रोल करते हैं। रावण बने भवानीशंकर मेनारिया किसान है, वहीं विभिषण मोतीलाल मेनारिया अध्यापक हैं। एक और अध्यापक भगवतीलाल मेनारिया सुग्रीव और बाली बनने वाले राजेन्द्र मेनारिया फ ोटोग्राफ र हैं। हनुमान बनने वाले जानकीलाल मेनारिया भी किसान हैं।