मजदूरी के लिए गुजरात जा रहे 7 बच्चों को कराया मुक्त

भुवाणा चौराहे पर दो बसें रुकवाकर बच्चों को उतारा

<p>मजदूरी के लिए गुजरात जा रहे 7 बच्चों को कराया मुक्त</p>
उदयपुर . सुखेर थाना क्षेत्र के भुवाणा चौराहे पर बुधवार रात को निजी ट्रेवल्स बसें रुकवाकर 7 बाल श्रमिकों को उतारा गया। गोगुन्दा के पड़ावली और रावलिया क्षेत्र के रहने वाले बालकों को मजदूरी के लिए गुजरात ले जाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान दो घंटे तक बस को रोके रखा। मौका देखकर ठेकेदार भाग छूटा।
बाल सुरक्षा नेटवर्क को पांच दिन से सूचना मिल रही थी कि 30-40 बच्चे प्रतिदिन गुजरात ले जाए जा रहे हैं। सीडब्यूसी की ओर से संबंधित थाना पुलिस को सूचना दी जा रही थी, लेकिन इस संबंध में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी। बाल सुरक्षा नेटवर्क के संयोजक डीके गुप्ता, सहसंयोजक भोजराजसिंह ने राज्य बाल आयोग को सूचित किया। ऐसे में राज्य बाल आयोग के सदस्य डॉ. शैलेंद्र पंड्या ने राजसमंद से लौटते समय भुवाणा चौराहे पर बस को रुकवाया।
आयोग सदस्य डॉ. पंड्या, बाल सुरक्षा नेटवर्क की टीम ने मौके पर तत्परता दिखाकर बच्चों को गुजरात ले जाने से रोक दिया। आयोग सदस्य डॉ. पंड्या ने बसों में गहनता से जांच की, जिसमें 7 बच्चे मिले, जिन्हें गुजरात ले जाया जा रहा था। डॉ. पंड्या ने मौके पर सुखेर थाना पुलिस और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। पुलिस और अधिकारियों को सूचित किया। बस से उतारे बच्चे पुलिस के सुपूर्द किए गए। डॉ. पंड्या ने बच्चों को बड़ी स्थित बाल गृह भेजेने के निर्देश सीडब्यलसी सदस्य धु्रव को दिए। इस दौरान गोगुन्दा एसडीएम नीलम लखारा से भी संपर्क किया गया ताकि गोगुन्दा से ही बच्चों को रोका जा सके। अगले सात दिन तक अभियान चलाकर जांच के लिए कहा गया। इस दौरान सुखेर थाना पुलिस और आजीविका ब्यूरो से प्रतिभा राजोरा, संतोष पूनिया, महेंद्रसिंह, राजेंद्रसिंह मौजूद थे।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.