कटारिया की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम ने संभाला मोर्चा

चर्चा में बोल रहे तीन बार माफी मांग ली, अब इसे तुल देना गलत, सीधे सम्पर्क साध समझाइस कर रहे
 

<p>team bjp</p>
उदयपुर. महाराणा प्रताप को लेकर अमार्यादित भाषा के बाद फंसे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट टीम में सबसे आगे कोई रहा तो वह भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली व उप महापौर पारस सिंघवी है। इन दोनों ने ही उस टिप्पणी के बाद से ही मोर्चा संभाल रखा है। कटारिया के लिए डैमेज कन्ट्रोल करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों व समाजों से ये दोनों लगातार सम्पर्क कर रहे है। इनका मुख्य तर्क यहीं है कटारिया तीन बार माफी मांग चुके है तो इसको तुल देना ठीक नहीं है।
कटारिया के इस संकट के समय में सबसे वफादार साथियों में से रवीन्द्र श्रीमाली व पारस सिंघवी ने हर संभव कोशिश की, हालांकि उनको इसमें आंशिक सफलता ही मिली। करनी सेना सहित संगठनों को वे मैनेज नहीं कर पाए। यही नहीं इन्होंने विभिन्न पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से कटारिया के पक्ष में बयान भी दिलवाए। फिलहाल मेवाड़ का यह बुर्जूग क्षत्रप अपने ही घर में घिरा हुआ नजर आ रहा है, अगर उनको जीवन दान मिलता तो कोरोना की गाइडलाइन उनके लिए लाइफलाइन की भूमिका निभाएगी।
यह उल्लेखनीय है कि खुद कटारिया ने कोरोना नाइट कफ्र्यू के समय का विरोध करते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दी थी और यहीं कोरोना गाइडलाइन उनके लिए वरदान साबित हो रही है। सर्व समाज की ओर से रविवार को उदयपुर में आक्रोश रैली का कार्यक्रम तय किया गया था लेकिन वीकेंड कफ्र्यू से एक बार कटारिया को ऑक्सीजन मिली, हालांकि सर्व समाज ने 22 अप्रेल को इस रैली की नई तारीख तय की है पर कोरोना के जो हालात चल रहे है उससे रैली की अनुमति मिलेगी या नहीं इस पर संशय है। वैसे भी तीसरे मोर्चे के नेता आरोप लगा रहे है कि कांग्रेस कटारिया को हमेशा मूक समर्थन दे रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्ट में भी उदयपुर कांग्रेस को कटारिया की बी टीम बताया जा रहा है।
प्रताप के लिए किए कार्यों की फेहरिस्त गिना रहे

इधर, श्रीमाली अपने शहर महामंत्रियों के साथ पहले दिन से कटारिया के घर उनके साथ थे, शुक्रवार को भी वे इस माहौल को ठीक करने की रणनीति में जुटे हुए थे। भाजपा के दिग्गज नेता, आठ बार के विधायक व एक बार के सांसद कटारिया की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम उनके द्वारा प्रताप के लिए गए कार्यों की फेहरिस्त भी गिना रहे है। श्रीमाली, सिंघवी, देहात महामंत्री चन्द्रगुप्त सिंह चौहान ने अलग-अलग जगह बात कर यह संदेश दे रहे है कि कटारिया ने एक नहीं तीन बार माफी मांग ली फिर इसे अब लंबा नहीं खींचे।
पूनिया आए पार्टी पदाधिकारियों को पता ही नहीं

इधर, देर रात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उदयपुर पहुंचे। पार्टी में उदयपुर के बड़े नेताओं में एक चर्चा शुक्रवार को जरूर चली कि पूनिया आए और सर्किट हाउस रात रुके। सुबह निकल गए लेकिन किसी भी पदाधिकारी को सूचना नहीं मिली जिससे कोई मिल नहीं पाए। बताते है कि पूनिया सुबह भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अलका मूंदड़ा के निवास पर नाश्ता कर बांसवाड़ा निकल गए।
इधर, नेताओं की तस्वीरों में कटारिया नहीं

इधर, राजसमंद विस क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी के जारी विज्ञापनों में भी कटारिया नहीं दिखे। असल में राजसमंद में दीप्ति के प्रचार-प्रसार की सामग्री में नेताओं की जो तस्वीरें लगी उसमें कटारिया दिख रहे थे लेकिन प्रताप की टिप्पणी होने के बाद शुक्रवार को जो विज्ञापन लगे उनमें कटारिया का फोटो नहीं था जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ था।
भाजपा के कई नेता आए कटारिया के बचाव में

इधर, पूर्व जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रमोद सामर, डेयरी चेयरमैन डॉ गीता पटेल, महिला बैंक की चेयरमैन विद्या किरण अग्रवाल, जिला सरकार भारती के डायालाल लबाना, भूमि विकास बैंक अध्यक्ष रेवा शंकर गायरी, कृषि मंडी की पूर्व अध्यक्ष चंदा जैन, फल सब्जी मंडी के पूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह देवड़ा, अनाज मंडी के पूर्व उपाध्यक्ष दशरथ शर्मा, उपभोक्ता भंडार के पूर्व उपाध्यक्ष देवनारायण धाबाई ने कहा कि कटारिया ने प्रताप के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया उसके पीछे कटारिया को कोई मकसद गलत नहीं था, मायड भाषा के जानकार इसको अच्छी तरह समझ रहे है।
माफी के बाद भी गाली गलौज के वीडियो मेवाड़ी संस्कृति नहीं

भाजयुमो उदयपुर देहात ने एक बयान जारी कर कहा कि कटारिया के माफी के बाद भी गाली-गलौज के विडियो सोशल मीडिया पर चल रहे जो मेवाड़ी संस्कृति नहीं है। जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी, जिला प्रभारी दिनेश जोशी, जिला महामंत्री नाहर सिह राठौड़ , मोहब्बत सिह राव, जिला उपाध्यक्ष सज्जन सिह राव, जितेंद्र सिह शक्तावत, महेंद्र सिंह जगत, जिला मंत्री महेंद्र सिंह भीमल, मण्डल अध्यक्ष दरजान सिह जगत, रोड सिह सिसोदिया आदि ने एक बयान में कहा कि जिस तरह पर सोशल मीडिया पर गोली मारने ,हत्या की धमकियां, गाली गलौच भरे आतंकित करने वाले वीडियो आ रहे है जिससे मेवाड़ी की अपनायत, सौहार्दपूर्ण वातावरण व संस्कृति कलुषित आहत हो रही है। इन नेताओं ने इन वीडियो को लेकर पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए कि अशांति फैलाने वालों पर वे कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे है।
सर्व समाज की आक्रोश रैली अब 22 को
इधर, सर्व समाज मेवाड़ की आक्रोश रैली अब 22 अप्रेल को होगी। पहले यह रैली रविवार को होनी थी लेकिन वीकेंड लॉकडाउन के चलते अब इसे 22 अप्रेल कर दिया गया है। 22 अप्रेल को सुबह 11 बजे बीएन कॉलेज रोड से रैली रवाना होगी, रैली के जरिए प्रताप का अपमान करने पर कटारिया से पद से इस्तीफा मांगा जाएगा। इधर, मुस्लिम महासभा के सम्भागीय अध्यक्ष सलीम खान की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें कटारिया की टिप्पणी की निंदा की। बैठक में महासभा के इमरान शाह, अल्ताफ हुसैन, रियाज खान, अब्दुल अजीज, मोहम्मद अय्यूब तंवर, राशिद खान, मोहम्मद रियाज अब्बासी आदि उपस्थित थे।
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