उदयपुर के गांवों में 280 सामुदायिक शौचालय बन चुके, 355 और बनेंगे
कलक्टर का जोर दिव्यांग फ्रेंडली हो शौचालय
<p>बैठक को संबोधित करते जिला कलक्टर चेतन देवड़ा। </p>
उदयपुर. जिले के गांवों में अब 355 और सामुदायिक शौचालय बनेंगे और अब तक पहले चरण में 280 बन चुके है। अब जो शौचालय बनेगा उसकी अनुमति मंगलवार को दी गई लेकिन जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने जोर दिया है कि ये शौचालय दिव्यांग फ्रेंडली होंगे। दिव्यांगों की सुविधाओं को लेकर रेंप, कमोड से लेकर हैंडल तक हो।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत सामुदायिक स्वच्छता परिसरों के निर्माण को लेकर जिलेभर में बनाएं जाने वाले सामुदायिक शौचालय परिसरों के अनुमोदन के लिए जिला स्वच्छता मिशन (ग्रामीण) की बैठक कलक्टर देवड़ा की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि इन शौचालयों दिव्यांग फहो तथा इनमें दिव्यांगों के उपयोग की दृष्टि से समस्त सुविधाएं यथा रेम्प, कमोड इत्यादि हो। बैठक में पंचायत समितियों से प्राप्त हुए कुल 355 प्रस्तावों का सर्वसम्मिति से अनुमोदन किया गया। जिला परिषद सीईओ डॉ. मंजू ने बताया कि 355 सामुदायिक शौचालय गांव के आबादी वाले क्षेत्र में, बस स्टैंड आदि स्थानों पर बनेंगे। पूरे जिले में 652 बनने है और पहले चरण में 380 में से करीब 280 बन गए है। वैसे 2024 का लक्ष्य है कि हर गांव में ऐसे शौचालय हो। बैठक में ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने सामुदायिक शौचालयों के रख-रखाव व सफाई पर पूरा फोकस करने को कहा है।