प्रमोद सोनी / उदयपुर. श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के आदि पुरूष अजमीढज़ी का जन्मोत्सव रविवार को मनाया गया। इस अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।जन्मोत्सव पर रविवार को स्वर्णकार समाज नवयुवक मण्डल संस्थान की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में समाज के आदिपुरुष अजमीढज़ी महाराज एवं ठाकुरजी की झांकी के साथ सबसे आगे 101 मोटरसाइकल पर युवाओ की टीम थी उनके पीछे 251 टू व्हीलर पर महिलाएं एवं युवतियां चल रही थी। इसके बाद बैंडबाजे, ऊंटगाड़ी, बग्गी, घोड़े, एडीजे और ढोल की थाप पर युवा अजमीढ़ जी के जयकारे लगाते चल रहे थे। इसके बाद बेवाण लेकर समाज के लोग चल रहे थे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा स्वर्णकार समाज मन्दिर से प्रारंभ होकर घण्टाघर, मोती चौहटा, हरवेनजी का खुरा, मालदास स्ट्रीट होते हुए पुन: घंटाघर होते हुए जगदीश चौक आसीन्द की हवेली पहुंची। यहां प्रतिभाओं, सामाजिक क्षेत्र में विशेष उपलब्धि और राजकीय सेवाओं में नियुक्त समाजजनों का सम्मान किया गया। अतिथि ग्रामीण अध्यक्ष मेघराज ददोलिया, प्रभारी रामपाल सोलीवाल, पूर्व अध्यक्ष गणपत खत्री, पूर्व नवयुवक मण्डल अध्यक्ष एवं पार्षद गणपत ददोलिया, पूर्व पार्षद रमेशचन्द्र बामला, बंशीलाल ददोलिया, पूर्व पार्षद कंचन देवी, महिला समिति प्रमुख लता गढ़वाल थे। संचालन महासचिव अशोक जवड़ा ने किया। कोषाध्यक्ष गिरिराज रूणवाल ने आभार जताया।—यहां भी उत्सवमेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज संस्थान की ओर से अजमीढज़ी की जयंती मंदिर में मनाई गई। इस दौरान मंदिर पर भजन संध्या का आयोजन भी किया गया। मंदिर में शरद पूर्णिमा पर्व मनाया गया। अध्यक्ष घनश्याम रूणवार व महा सचिव अनुराधा वेवार ने पूजा अर्चना कर धवल चांदमी में बिराजित किया गया।