इस लॉकडाउन के दौरान और मुंबई लौटने से पहले अचरर ने 30 दिनों में 10 किलोग्राम वजन कम करने की चुनौती ली। उन्होंने एक डायट चार्ट का पालन किया जो स्थानीय था और लखन कोठारी की भूमिका के लिए उनके स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया। ‘ऐ मेरे हमसफर’ में अपनी भूमिका की तैयारी पर, अचरर भारद्वाज ने कहा, ‘मैं लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ में था और इस दौरान लखन कोठारी की भूमिका मुझे ऑफर की गई थी। मुझे एहसास हुआ कि मुझे किरदार में फिट होने के लिए काम करना होगा, लेकिन पूरी तरह से लॉकडाउन था और यहां तक कि जिम भी बंद थे। मेरे पास कोई प्रशिक्षण उपकरण नहीं था इसलिए मैंने साइकिल चलाना शुरू किया और खेती शुरू की। खेती काफी बढ़िया कसरत है। इसने मुझे वास्तव में वजन कम करने और लखन कोठारी के चरित्र में फिट होने में मदद की। लखन का चरित्र अतीत में मेरे द्वारा निभाए गए पात्रों से काफी अलग है। वह महत्वाकांक्षी है, यह सुनिश्चित करने के लिए उत्सुक है कि उसके पास एक अच्छी सामाजिक स्थिति है। हालांकि मुझे लखन का किरदार निभाते हुए एक महीना हो गया है लेकिन मैं अभी भी हर गुजरते दिन के साथ उनके किरदार के बारे में अधिक सीख रहा हूं।’