संभावना (Sambhavna Seth) ने बताया कि वो पिछले कुछ सालों से सर्दी और खांसी से परेशान हैं, जिसे ठीक होने में लगभग 20 दिन का समय लगता है। लेकिन जब कोरोना वायरस के दौरान उन्हें सर्दी-खांसी हुई तो उन्होंने ज्यादा किसी को बताया नहीं ताकि लोग कुछ और ना समझ लें। उन्होंने कहा कि वो इसके लिए दवाई ले रही थी ये सोचकर कि कुछ दिनों में सही हो जाएगा। लेकिन रविवार शाम को उनकी तबीयत अचानक खराब होने लगी। उन्हें ऐंजाइटी अटैक आने लगे और उनका बीपी लो हो गया। उसके बाद भी वो काम कर रही थीं लेकिन फिर चक्कर आने के साथ ही उनका कान का दर्द भी बढ़ता गया और अस्पताल जाना पड़ा।
संभावना को इस बात का बड़ा झटका लगा कि जब उन्हें अस्पताल में भर्ती करने के लिए गए तो करीब 7 हॉस्पिटल वालों ने मना कर दिया। अंत में एक ने उनका टेंप्रेचर जांचा और उन्हें ईएनटी विशेषज्ञ से राय लेने की सलाह दी। इसके बाद मंगलवाल को उन्होंने डॉक्टर को दिखाया जहां से उन्हें पता चला कि उनके कान में इंफेक्शन के कारण ये सब हो रहा था।
संभावना ने कहा कि एक वक्त ऐसा लग रहा था कि मैं मरने वाली हूं और दूसरी तरफ कोई भी अस्पताल मुझे एडमिट करने को तैयार नहीं था। COVID-19 को लेकर सभी मेडिकल स्टाफ अपने प्रयास कर रहे हैं लेकिन अगर किसी को कोई और समस्या हो तो ये एक विचारणीय स्थिति है।