अनुपमा की काव्या को चेतावनी
अनुपमा डॉली को संभालती है और काव्या से कहती है उसे रिश्तों को संभालना नहीं आता है। वो डॉली के साथ ऐसा बर्ताव कर रही है। काव्या कहती है कि उसे भाभी और ननंद के बीच अब नहीं आना चाहिए। वो एक्स-भाभी है। अनुपमा कहती है कि मां और बहन हमेशा अपने बेटे और भाई को बचाते हैं और वो वही कर रही हैं। अनुपमा काव्या को चेतावनी देती है कि वो उसके परिवार के साथ सही से पेश आए वरना वो कभी भी आकर उसे थप्पड़ मार सकती है। अनुपमा कहती है कि डिजाइनर लहंगा पहनने से वो सुंदर दुल्हन तो बन सकती है लेकिन अच्छी बहू नहीं।
काव्या को शादी के बारे में लगा डर
नंदिनी काव्या से कहती है कि जैसा तुम्हारा बिहेवियर है घरवालों को लेकर उसके बाद जल्द ही वनराज तुम्हे गेट लॉस्ट बोल देगा। काव्या सोचती है कि अगर वनराज भी उसके बारे में ऐसा सोचने लगा हो, उसने उसे कल से फोन भी नहीं किया। वो वनराज को फोन करती है लेकिन वनराज का कॉल नहीं लगता है।
घरवाले अनुपमा के लिए हुए परेशान
अनुपमा डॉली को घर लेकर आती है और कहती है कि पता नहीं तुम काव्या को कैसे इतने दिनों से झेल रही हो। मैं उसे एक दिन भी नहीं झेल सकती। अनुपमा डॉली से कहती है कि वो अपनी जगह सही हैं लेकिन जो हो रहा है उसमें वनराज की भी बराबर की गलती है। अनुपमा कहती है सिर्फ दो दिन बचे हैं उसे वनराज से बात करनी चाहिए। उधर काव्या को पता चलता है कि डिवोर्स में अब देरी हो गई है। काव्या गुरुजी को बात याद करती है कि जितनी देरी होगी उसके बाद दोनों की शादी नहीं हो पाएगी। काव्या वनराज को कॉल लगाती है और वो नहीं उठाता है।
अनुपमा को मिला वनराज का लेटर
अनुपमा वनराज का दरवाजा खटखटाती है लेकिन कोई नहीं खोलता है। वो दरवाजा खोलती है और उसे वनराज नहीं दिखता है। अनुपमा सोचती है कि वो कहां जा सकता है। अनुपमा को एक लेटर टेबल पर मिलता है और वो उसे पढ़ती है।