कोरोना कफ्र्यू में पुलिस ने दिखाई शक्ति, सड़क पर घूम रहे लोगों को मुर्गा बनाए रखने तक दी सजा

कोरोना संक्रमण की संख्या बढऩे के कारण नगरीय क्षेत्रों में कफ्र्यू लगाया गया। जिसमें दुकानों को बंद और एकत्रित खड़े होने पर रोक लगाई गई।

<p>Those going to medical and urgent work were also punished</p>


टीकमगढ़.कोरोना संक्रमण की संख्या बढऩे के कारण नगरीय क्षेत्रों में कफ्र्यू लगाया गया। जिसमें दुकानों को बंद और एकत्रित खड़े होने पर रोक लगाई गई। वहीं आवाजाही लगातार बनी रही। लेकिन पुलिस प्रशासन ने शनिवार की सुबह से कोरोना कफ्र्यू में शक्ति बढ़ा दी। जिसके कारण शहर के प्रत्येक चौराहा और मुख्य सड़कों पर रोक टोक अभियान चलाया। उस अभियान में बगैर काम के घूम रहे युवाओं को मुर्गा बनाने तक की सजा सुनाई। इसके साथ ही शासन की गाइड लाइन का पालन करने के लिए जागरूक किया गया।
एसडीओपी कुष्णपाल सिंह ने बताया कि सिटी कोतवाली के साथ देहात थाना के नगरीय क्षेत्र में शनिवार की सुबह से कोरोना वायरस को देखते हुए शक्ति दिखाई गई। कोराना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए घरों में रहने की बात की गई। बाहर बाइकों से घूम रहे युवाओं को रोककर पूछतांछ की गई। बाहर कोई काम नहीं बताने पर सजा दी गई। उन्होंने चौराहों पर बगैर कार्य के घूम रहे लोगों को रोक अपने और अपने परिवार की सुरक्षा करने की बात की है।
मुर्गा बनाने तक की दी सजा
शहर की गलियों और सड़कों पर घूम रहे लोगों को रोका गया। कई लोग मेडिकल के साथ पॉथोलोजी पर काम करने के साथ अन्य कार्यो से निकल रहे थे। लेकिन उनके पास किसी भी प्रकार का परिचय पत्र नहीं था। उन्हें रोक ने के बाद उनके द्वारा कोई कार्य नहीं बताया गया। जिसके कारण उन्हें सजा के रूप में मुर्गा बनाया गया। कुछ देर तक खड़ा करके घर में सुरक्षित रहने की बात की।


वाहनों के टायरों की निकाली गई हवा
शहर की मुख्य सड़कों पर सुबह से युवा बाइक उठाकर बगैर कार्य से घूमते है। उससे कोरोना बचाव नहीं हो पा रहा था। पुलिस ने उन्हें मुख्य सड़कों पर रोककर उनके वाहनों के टायरों की हवा निकाली। इसके साथ ही डबल मास्क लगाने की अपील की। उनका कहना था कि कोरोना महामारी में शहर के साथ अपना और अपने परिवार का बचाव करें।
सरकारी कर्मचारियों के नहीं है परिचय पत्र
एसडीओपी कृष्णपाल सिंह का कहना था कि शहर में हजारों की संख्या में सरकारी कर्मचारी है। लेकिन उनके पास परिचय पत्र नहीं है। जिसके कारण उन्हें पहचानने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जबकि प्रशासन द्वारा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ३० फीसदी तक काम करने की छूट दी गई है। लेकिन ऐसे आदेश पुलिस विभाग के पा नहीं आए है।
इन स्थानों पर की गई सघन चैकिंग
शहर के अस्पताल चौराहा, कुंवरपुरा रोड, चकरा तिगैला, अम्बेडकर, नया बस स्टैण्ड, पुराना बस स्टैण्ड, जय स्तम्भ चौराहा, घंटा घर, कोतवाली के पास, देहात थाना, गांधी चौराहा, पपौरा चौराहा, तालदरवाहा, राजमहल, लुकमान चौराहा, सिंधी धर्मशाला, सिविल लाइन के साथ अन्य स्थानों पर सघन चैकिंग की गई। इस चैकिंग में सिटी कोतवाली टीआई वीरेंद्र सिंह पवार, देहात थाना प्रभारी नसीर फारूकी के साथ पुलिस बल मौजूद रहा।
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