फसलों में नहीं फलियां, तो मवेशियों को छोड़ा
किसानों ने बताया कि सोयाबीन और उड़द के बीजों को दो बार महंगे दामों में खरीदा था। खाद और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया था। लेकिन बारिश ने बीच में धोखा दे दिया था। जिसके कारण खेत में हरियाली तो छा गई है। लेकिन अनाज की फलियां दिखाई नहीं दे रही है। जिसके कारण रबी फसलों की तैयारी के लिए खेतों में मेविशयों को छोड़ दिया है।
सर्वे के लिए नहीं आए बीमा कम्पनी के लोग
गनेशपुरा निवासी मुन्नी लाल यादव, जमुना यादव, पप्पू यादव, राजेंद्र यादव, नारायणपुर निवासी नंद लाल प्रजापति, देशपत राजपूत, गोदू रैकवार, सुजानपुरा निवासी रामस्वरूप यादव, अच्छे लाल यादव, बृजमोहन यादव, राजेश यादव, फ ुटेर निवासी कमलेश यादव, राकेश यादव ने बताया कि उड़द, मूंग और सोयाबीन फसलों का बीमा कराया गया है। अब उन फसलों की फलियों में दाना नहीं आया है। वह पेड़ सूखने लगे है। किसानों ने फसल बीमा कम्पनी के लोगों से सर्वे कराने की मांग की थी। लेकिन उनके द्वारा सर्वे नहीं किया जा रहा है।