३५ फुट नालों की नहीं बची ५ फुट चौड़ाई, करते जा रहे अतिक्रमण

शहर से निकलने वाले गंदे नाले की चौड़ाई दिन दिनों कम होती जा रही है।

<p>People of Kaushalpuri colony protested, sewers filled with dirt</p>
टीकमगढ़.शहर से निकलने वाले गंदे नाले की चौड़ाई दिन दिनों कम होती जा रही है। चारों ओर के नालों पर कॉलोनियों के लोगों ने कब्जा जमा कर मकानों का निर्माण करा लिया है। वहीं नालों को कब्जा मुक्त करने के लिए नगरपालिका द्वारा मानसून के पहले सालो से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी ३५ फुट चौड़े नाले आज ५ फुट बचे हुए है। कब्जा करवाने का आरोप कौशलपुरी कॉलोनी के लोगों ने नगरपालिका के कर्मचारियों पर लगाया है।
नगर के वृंद्रावन तालाब से चकरा, कौशलपुरी कॉलोनी से होते हुए नयाखेरा तक ३५ फुट नाला बनाया गया था। इस नाले से शहर का गंदा पानी निकाला जाता था। इस किनारे से दर्जनों कॉलोनियों को बनाया गया। जिसके नक्से में चौड़ा नाला दर्शाया गया है। १० वर्षो से सड़क और नालों के आसपास कब्जा मुक्त करने के लिए नगरपालिका द्वारा अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। तभी से यह नाले चौड़े होने की जगह सकरे होते जा रहे है। ३५ फुट के नाले ५ फुट से कम ही बचे है। बारिश के समय कई कॉलोनियों पानी से लबालव हो जाती है। जिससे जहरीले कीटों के साथ अन्य परेशानियों का सामना लोगों को करना पड़ता है।
कौशलपुरी कॉलोनी में किया जा रहा कब्जा
सूर्य प्रकाश खरे, बीडी शर्मा, रमेश कुमार तिवारी, मनीष नामदेव, सूरज कड़ा, इरशाद खान, राम कुमार, विश्वकर्मा, आशीष चौरसिया ने बताया कि करीब दो दिनों नाले का पुराव करके मकान निर्माण किया जा रहा है। जिससे नाले की चौड़ाई भी कम हो गई है। जिससे आने वाले गंदे पानी का ठहराव होने लगा है। जिसकी शिकायत कॉलोनी के लोगों ने नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उनका कहना था कि अगर नगरपालिका द्वारा बारिश के पहले कार्रवाई नहीं की गई तो उसके विरोध में उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदार नपा होगी।

इन नालों की हालत खराब
चकरा से भटनागर कॉलोनी, कौशलपुरी कॉलोनी, पठला मोहल्ला, मोटे का मोहल्ला, ढोंगा रोड़, बानपुर दरवाजा, बोरी दरवाजा के साथ अन्य नालों की हालत खराब बनी हुई है। यह नाले शहर की ओ चौड़े और पानी निकासी के छोर पर सकरे हो गए है। जिससे पानी का भराव अधिक और जीव जंतुओं से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
हर साल नगरपालिका हटाती है अतिक्रमण
मानसून के पहले नगरपालिका द्वारा नालों की साफ-सफाई की जाती है। इसके साथ ही कब्जा धारियों का अतिक्रमण हटाया जाता है। लेकिन नालों पर कब्जा होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। जिससे नाले खत्म और कॉलानियों के लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है। कॉलोनी के लोगों का कहना था कि नपा के जिम्मेदार कब्जा हटाने की जगह इतिश्री कर लेते हे। जिसके कारण कब्जों को हटाया नहीं जाता है।
इनका कहना
हरिहर गंर्धब सीएमओ नगरपालिका टीकमगढ़।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.