दीवारें खा गई दरक, फटी पन्नी से टपक रहा पानी
पत्रिका ने मोटे का मोहल्ला, इंदिरा कॉलोनी, लक्कडख़ाना, पुरानी टेहरी के साथ अन्य वार्डो में गरीब तबके के लोग निवास कर रहे है। वह दैनिक मजदूरी करके अपना और परिवार का भरण पोषण कर रहे है। कच्चें घरों के ऊपर बारिश से बचने के लिए पन्नी डाले हुए है। लेकिन वह कई स्थानों से फटी है। जहां से घर में कई जगहों पर पानी टपक रहा है। इसके साथ ही बारिश से दीवारे दरक गई है। जिनसे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन नपा द्वारा इस मामले में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
चंदेरा के मनाट खिरक भी बारिश से ढह गया मकान
ग्राम पंचायत चंदेरा का मनाट खिरक निवासी बैजनाथ कुशवाहा ने रविवार रविवार की रात १० बजे मकान गिर गया है। हालांकि परिवार जनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मकान में ग्रहस्थी का पूरा सामान रखा हुआ है। उसके मलवे में पूरा दब गया है। प्रधानमंत्री आवास भी दिया गया। लेकिन पूरी राशि नहीं मिल पाई है। जिसके कारण टूटे मकान में रहने के लिए मजबूर है।
ग्राम पंचायत चंदेरा का मनाट खिरक निवासी बैजनाथ कुशवाहा ने रविवार रविवार की रात १० बजे मकान गिर गया है। हालांकि परिवार जनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मकान में ग्रहस्थी का पूरा सामान रखा हुआ है। उसके मलवे में पूरा दब गया है। प्रधानमंत्री आवास भी दिया गया। लेकिन पूरी राशि नहीं मिल पाई है। जिसके कारण टूटे मकान में रहने के लिए मजबूर है।