समिति प्रबंधक ने वापस लौटाया, किसान ने लगाया रुपए मांगने का आरोप

.कोरोना काल में की जा रही गेहूं खरीदी में भी गड़बड़ी की तमाम शिकायतें आ रही है। ऐसा ही एक मामला नई मंडी पलेरा में बनाए गए।

<p>किसानों को मेहनत का मोल मिलने का इंतजार,Farmers reached the procurement center with produce,किसानों को मेहनत का मोल मिलने का इंतजार,Farmers reached the procurement center with produce,Farmers reached the procurement center with produce</p>
टीकमगढ़/जतारा.कोरोना काल में की जा रही गेहूं खरीदी में भी गड़बड़ी की तमाम शिकायतें आ रही है। ऐसा ही एक मामला नई मंडी पलेरा में बनाए गए। खरीदी केंद्र कहां जहां कृषि साख सहकारी समिति टोरी समिति प्रबंधक में किसान की उपज लेने से इंकार किया। खराब उपज बताकर पैसे की मांग करने लगा। पैसे नहीं दिए तो उपज का वाहन वापस कर दिया।
दरअसल गेहूं खरीदी में गड़बड़ी की शिकायतें आम है। जहां खरीदी केंद्रों पर तमाम अनियमितताएं देखने को मिल रही है। कहीं तोल के नाम पर पैसा मांगा जाता है तो कहीं उपज के नाम पर वही सांठगांठ का व्यापारियों का गेहूं किसानों की पंजीयन पर डाला जाता है। मामला 23 मई का है जब घूरा निवासी किसान अनंतराम पांडे अपनी उपज लेकर किराए के वाहन से कृषि साख सहकारी समिति टोरी के बनाए गए खरीदी केंद्र पलेरा पहुंचे। जहां उन्होंंने सहकारी समिति से संपर्क किया और अपनी उपज देने की बात कही इस पर समिति प्रबंधक ने गेहूं छानने की बात कही तो किसान ने कहा कि हमारा गेहूं छान के ले लो जो भी कचरा निकलेगा। हम अपने घर ले जाएंगे। किसान ने आरोप लगाते हुए बताया कि समिति प्रबंधक मुन्नालाल पटेरिया ने गेहूं में जवा होने के चलते 5000 की मांग की है। किसान से इतनी रकम देने से इंकार कर दिया और अपनी फ सल लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे। जहां तहसीलदार नहीं मिलने पर एसडीएम से फ ोन पर शिकायत की और फ सल लेकर अपने घर आ गए।

यह है मामला
किसान ने बताया कि समिति प्रबंधक मुन्नालाल पटेरिया मुझसे आप सी बुराई मानते हैं। जिसके चलते हमारी फ सल में बेवजह खराब बताकर परेशान किया गया है। संबंधित अधिकारी चाहे तो हमारे घर आकर हमारी उपज देख सकते हैं उन्होंने बताया कि समिति प्रबंधक की मनमानी से किसान परेशान होते हैं। हम उपज लेकर पहुंचे हम किराए के वाहन में ले गए थे। हमें किराया भाड़ा भी लगा है ऊपर से परेशान भी किया गया है। जिससे हम बहुत व्यथित श्वास दमा की मरीज किसान अपनी सहायता के लिए अपने 12 वर्षीय पुत्र को भी ले गए थे। दिन भर धूप में खड़े रहे और वापस बैरंग घर लौट आए
इनका कहना
फ सल में छन्ना लगाया जो जवा निकला था, गेहूं छानने के पैसे पल्लेदार लेते हैं या फि र गेहूं किसान स्वयं छान कर लाए हमने किसान से कोई पैसे की मांग नहीं की है आरोप निराधार हैं।
मुन्नालाल पटेरिया समिति प्रबंधक कृषि साख सहकारी समिति टोरी।
फ ोन पर शिकायत आई थी जिसकी जांच की जा रही है जांच के बाद ही संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सौरभ सोनबणे एसडीएम जतारा।
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