संयुक्त कार्यालय और अस्पताल के सामने जमा हो रहा पानी, जहां बनी हुई है जीवाणुओं की संभावना

संयुक्त कार्यालय और अस्पताल के पास बारिश का पानी जमा हो रहा है। जहां जल जनित बीमारी, डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की आशंका बनी हुई है।

<p>Campaign being launched to eliminate malaria</p>

टीकमगढ़.संयुक्त कार्यालय और अस्पताल के पास बारिश का पानी जमा हो रहा है। जहां जल जनित बीमारी, डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की आशंका बनी हुई है। वहीं प्रशासन द्वारा मलेरियों के साथ अन्य बीमारियों को खत्म करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जहां से अभियान शुरू हुआ है। वहां पर जिम्मेदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
संयुक्त कार्यालय के दूसरे दरवाजा, रैम्प और स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के पास वर्षो से कीचड़ भरा मलवा और गंदा पानी जमा हुआ है। वहीं जनसम्र्पक के सामने और जनसुनवाई कार्यालय के पास और सामने गंदा पानी भरा है। जिसे निकालने और वहां की सफाई नहीं की जा रही है। वहीं जिला अस्पताल द्वार के पास और सामने हमेशा गंदा पानी भरा है। जहां पर डेगूं और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना जताई जा रही है। पलेरा में एक मलेरिया पॉजिटिव पाया गया है। जिसको लेकर लार्वा, डेगूं और मलेरिया की जांच करना विभाग ने शुरू कर दी है। उसके बाद भी बारिश के एकत्रित पानी, नालियों के भराव वाली जगहों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं किया जा रहा है।
६६ हजार हुई मलेरियां की जांच,१ ही निकला पॉजिटिव
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में ६६ हजार ९२ जांचे मलेरिया की हुई है। उन जांचों में पलेरा में एक पॉजिटिव निकला है। वहीं डेगूं की ९ जांचे हुए है। लार्वा को खत्म करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन वह अभियान मुख्यालय पर दिखाई नहीं दिया है।
जहां से शुरू हुआ अभियान, वहीं पर बनी संभावना
संयुक्त कार्यालय से मलेरिया, चिकनगुनिया और डेगूं को खत्म करने के लिए अभियान चलाया गया है। लेकिन मुख्यालय की ही स्थिति खराब पड़ी है। मुख्यालय के दूसरे दरवाजा, स्वास्थ्य केंद्र, जनसुनवाई के सामने और अस्पताल के पास वर्षो के साथ महीनों से गंदा पानी जमा हुआ है। उनमें ***** भी लौट रहे है। इसक े बाद भी वहां की सफाई नहीं की जा रही है। जहां पर संक्रमण की संभावना बनी हुई है।

डेंगू और चिकनगुनियां के लक्षण
तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू के लक्षण हो सकता है। वहीं चिकनगुनिया में तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना के प्रमुख लक्षण हैं।
बीमारियों से बचने करे उपाय
पानी के बर्तन ढक कर रखें। अनुपयोगी सामग्रियों जैसे कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोवारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं। नालियां, हैंड पंप के आसपास भी पानी इकट्ठा नहीं होने दें। जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें।
इनका कहना
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में मलेरियों के साथ चिकनगुनिया को खत्म करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में चौपाल लगाकर लोगों को समझाया जा रहा है। कल ही संयुक्त कार्यालय के पास जमा हो रही गंदगी और अस्पताल के पास जमा होने वाले कीचड़ को साफ करने के निर्देश दिए जाएगें। जीवाणुओं को खत्म करने की संभावना को खत्म किया जाएगा।
अल्पेश कुमार बारिया मलेरिया अधिकारी टीकमगढ़।
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