बुधवार की सुबह 9.20 बजे के लगभग ग्राम सेतपुरा में 4 साल का मासूम उसके खेत पर खोदे गए 200 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा था। सूचना मिलते ही प्रशासन ने तमाम मशीनरी एवं विशेषज्ञ टीमों को मौके पर बुलाकर प्रहलाद को बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। जैसे-जैसे प्रहलाद को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था, वैसे-वैसे इस मासूम की सांसे उसका साथ छोड़ती जा रही थी। रेस्क्यू पूरा होने में हो रही देरी के बाद प्रशासन और आमजन भी प्रहलाद के सुरक्षित बाहर निकलने को लेकर निराश होते दिख रहे थे और निवाड़ी कलेक्टर आशीष भार्गव भी कई बार कह चुके थे कि अब तो भगवान ही मालिक है।
आई अड़चने
शनिवार की सुबह से ही प्रशासन, रेस्क्यू टीम के साथ तमाम लोगों को उम्मीद थी कि आज दोपहर तक प्रहलाद बाहर निकल आएगा। शनिवार की शाम 4 बजे तो रेस्क्यू टीम के इशारे पर तो लगा कि बस प्रहलाद बाहर आने वाला है और प्रशासन ने तत्काल ही एम्बूलेंस के साथ ही तमाम चिकित्सकीय सुविधा जुटा ली। वहीं यह देखकर मौके पर उपस्थित हजारों लोगों के चेहरें भी आशा भरी खुशी के साथ चमकते दिखाई दिए और लोगों ने भगवान के जयकारे तक लगा दिए। लेकिन रेस्क्यू टीम के दिशा भटक जाने से टनल बोर तक नहीं पहुंच सकी थी और एक बार फिर से काम शुरू हुआ। उस समय बताया गया कि अभी एक से डेढ़ घंटे का समय और लगेगा, लेकिन जब रात 11 बजे तक सफलता नहीं मिली तो झांसी से एक्सपर्ट बुलाए गए।
वहीं हुआ जिसका डर था
रविवार की अलसुबह 3 बजे तक चले रेस्क्यू के बाद टीम ने प्रहलाद को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन हुआ वहीं जिसका सभी को डर था। बोरवेल से प्रहलाद का मृत शरीर ही बाहर निकला। टीम ने प्रहलाद को बाहर निकलाने के बाद उसके माता-पिता के साथ उसे तत्काल एम्बूलेंस में बैठाया और निवाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा। यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।