कड़ी चुनौती के बाद आगे बढ़े नडाल-
अपने 11वें फ्रेंच ओपन खिताब की दौड़ में लगे हुए नडाल के सामने जर्मनी के मैक्सिमिलन मार्टेरर की चुनौती थी, लेकिन इस जर्मन खिलाड़ी को नडाल ने दो घंटे 30 मिनट तक चले मुकाबले में 6-3, 6-2, 7-6 (7-4) से मात दी। क्वार्टर फाइनल में नडाल का सामना अर्जेटीना के डिएगो स्वाट्र्जमान से होगा, जिन्होंने एक और क्वार्टर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन को 1-6, 2-6, 7-5, 7-6, 6-2 से मात दी।
डेल पोट्रो भी अंतिम-8 में –
वहीं अर्जेटीना के जुआन मार्टिन डेल पोट्रो भी अंतिम-8 में पहुंचने में सफल रहे हैं। डेल पोट्रो ने अमेरिका के जॉन इश्नेर को 6-4, 6-4, 6-4 से हराया। हालेप ने महिला एकल वर्ग के चौथे दौर में एलिसे मेर्टेस को मात देकर अंतिम-8 का सफर तय किया। वहीं वोज्नियाकी के सफर पर 14वीं सीड रूस की दारिया कासाट्किना ने विराम लगा दिया। हालेप ने महज 59 मिनट तक चले मुकाबले में मेर्टेस को 6-2, 6-1 से मात दी। क्वार्टर फाइनल में हालेप का सामना जर्मनी की एंजेलिके केर्बर से होगा। केर्बर ने फ्रांस की कैरोलिना गार्सिया को चौथे दौर के मैच में सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से मात दी।
शारापोवा को हुआ फायदा –
कासाट्किना ने वोज्नियाकी को 7-6 (7-5), 6-3 से मात दी। अंतिम-8 के मुकाबले में कासाट्किना अमेरिका की स्लोने स्टीफंस के खिलाफ कोर्ट पर उतरेंगी। वहीं सेरेना के बाहर जाने से शारापोवा को फायदा हुआ लेकिन इससे टेनिस प्रशंसक निराश हो गए जो काफी अर्से बाद टेनिस की दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच कड़े मुकाबले की आस लगाए बैठे थे।
बाहर होने के बाद बोली सेरेना-
सेरेना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मुझे पेक्टर मसल्स में कुछ समस्या है। मैं इस समय सर्विस नहीं कर सकती हूं। इसलिए मेरे लिए खेलना मुश्किल है। उन्होंने कहा, “यह काफी मुश्किल है क्योंकि मैं मारिया के खिलाफ खेलना पसंद करती हूं। यह ऐसा मैच है जिसके लिए मैं हमेशा से तैयार रहती हूं। यह बेहद निराशाजनक है, लेकिन मैंने अपने आप से वादा कर लिया है कि अगर मैं कम से कम 50 फीसदी भी फिट नहीं होती तो मैं नहीं खेलूंगी।”