भारत की तरफ से शुक्रवार को पहले मैच में प्रजनेश ने पहला सेट 3-6 जीतकर गोजो पर बढ़त बना ली थी, लेकिन इसके बाद दो सेट 6-4, 6-2 से हारकर वह मैच भी गंवा बैठे। पहला सेट हारने के बाद दूसरे सेट के पहले गेम में गोजो ने सर्विस ब्रेक की और यहां से उन्होंने मैच में जो बढ़त बनाई, उसे अंत तक कायम रखा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में भी प्रजनेश की सर्विस तोड़ी। इस तरह उन्होंने प्रजनेश को 3-6, 6-4, 6-2 हराकर क्रोएशिया को भारत पर 1-0 की बढ़त दिला दी।
कड़े संघर्ष में सिलिक से हारे रामकुमार
दूसरे मैच में रामकुमार रामनाथन का सामना विश्व नंबर-37 मारिन सिलिक से था। सिलिक ने दो सेटों में ही 6-7, 6-7 से रामकुमार को मात दी, लेकिन रामकुमार ने संघर्ष कर दोनों मुकाबले को टाईब्रेकर तक ले गए। उन्होंने नेट पर शानदार खेल दिखाया, लेकिन सिलिक के बेहतरीन सर्विस, फोरहैंड और विनर्स का वह काट नहीं ढूंढ़ सके। एक समय तो टाई ब्रेकर में रामकुमार 6-5 से आगे थे और उन्होंने दो मैच प्वाइंट भी बचाए थे। इसके बाद सिलिक ने पासा पलटा और बढ़त ले ली।
अब डेविस कप में भारत को क्रोएशिया के खिलाफ अपनी संभावना बचाए रखना है तो उसे दूसरे दिन युगल वर्ग में भारत के अनुभवी और दिग्गज युगल जोड़ी लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना को अपना मैच जीतना होगा। इनका सामना क्रोएशिया के मेट पेविक और फ्रांको स्कुगोर की जोड़ी से होगा। अगर भारत इस मैच को जीत सका, तभी रविवार को रिवर्स एकल मुकाबले खेले जाएंगे।