तीसरी सीड रोजर फेडरर ने पुरुष एकल वर्ग के अंतिम आठ के मुकाबलेमें अमरीका के टेनीज सेंडगरेन को पांच सेटों तक चले कड़े संघर्षपूर्ण मुकाबले में 6-3, 2-6, 2-6, 7-6 (8), 6-3 से मात दी। 38 साल के फेडरर ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में अब तक 102 सेट जीते हैं, लेकिन यह गेम उनके करियर के अब तक का सबसे यादगार मैचों में रहेगा।
फेडरर ने कहा- भाग्यशाली रहा
फेडरर के लिए यह मैच कितना कड़ा रहा, इसका पता जीत के बाद उनके दिए गए बयान से चलता है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी आपको भाग्यशाली होना पड़ता है। वह सात मैच प्वाइंट्स टेनीज के नियंत्रण में नहीं थे। फेडरर ने कहा कि टेनिज बस शायद यह उम्मीद कर रहा था कि वह एक या दो शॉट मिस करे। फेडरर ने कहा कि वह अपना मैच खेले और भाग्यशाली रहे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, उन्हें लय मिलती गई और उन पर से दबाव कम होता गया। फेडरर ने कहा कि वह इस जीत के लायक नहीं थे, लेकिन वह यहां हैं और जाहिर तौर पर बहुत खुश हैं। अब फेडरर का सेमीफाइनल में दूसरी सीड सर्बिया के नोवाक जोकोविक और 32वीं सीड कनाडा के मिलोस राओनिक के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले के विजेता से होगा।
ऑस्ट्रेलियन ओपन में इससे पहले खेले गए महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विश्व नंबर एक ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी और अमरीका की सोफिया केनिन ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर अंतिम चार तक का सफर किया। सेमीफाइनल में इन्हीं दोनों के बीच मुकाबला खेला जाएगा। बार्टी ने पिछले साल की उपविजेता चेक गणराज्य की सातवीं सीड पेत्रा क्वितोवा को 7-6, 6-2 से मात दी। इसी के साथ वह 36 साल के इतिहास में दूसरी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनीं जो सेमीफाइनल में पहुंची हैं। बार्टी से पहले ऑस्ट्रेलिया की वेंडी टर्नबुल 1984 में इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वहीं सोफिया केनिन ने ट्यूनीशिया की ओंस जेबुउर को हरा किसी ग्रैंड स्लैम के अंतिम चार में पहली बार जगह बनाई।