जाली नोट मामले में 17 साल बाद पकड़ा गया वांछित

– इस बीच एक अन्य मामले में दस साल की सजा भी काटी

<p>जाली नोट मामले में 17 साल बाद पकड़ा गया वांछित</p>

सूरत. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप पुलिस ने 2003 में पकड़े गए 2.60 लाख रुपए के जाली नोट मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक राजकोट चुनारवाड़ निवासी आरोपी हसमुख जोषी कलर जेरोक्स मशीन का उपयोग कर जाली नोट बनाने में माहिर है। वह 2001 में जाली नोटों के साथ भावनगर व चोटिला में पकड़ा जा चुका है। उसने वराछा के भीखाभाई नाम के व्यक्ति को जाली नोट दिए थे। 2003 में अठवालाइन्स पुलिस ने भीखा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 2.60 लाख रुपए 100 की दर के जाली नोट बरामद किए थे। इस बीच उसके खिलाफ वलासड़ में भी एक जाली नोटों के मामला दर्ज हुआ था। उस दौरान वह राजकोट से भागकर जूनागढ़ में शिफ्ट गया था। जूनागढ़ में भी जाली नोटों के साथ 2005 में पकड़ा गया। उसे इस मामले में उसे 10 साल की सजा हुई। 2015 में उसके रिहा होकर वह फिर फरार हो गया। एसओजी ने उसे ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
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