अहमदाबाद से मुम्बई के बीच 17 अक्टूबर से तेजस एक्सप्रेस की सेवाएं फिर से शुरू की गई है। कोरोना महामारी के दौरान चल रही तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों की संख्या घटी है। यात्रियों को तेजस एक्सप्रेस से जोडऩे के लिए वडोदरा और अहमदाबाद के पर्यटन स्थलों के लिए आइआरसीटीसी टूर पैकेज बना रही है। यात्रियों ने फिडबैक में कहा है कि तेजस एक्सप्रेस में उच्च स्तर की सुविधा मिलने से खुश है और दोबारा सफर करने के इच्छुक हैं। आइआरसीटीसी का सूरत में वीआइपी लॉंज और बेस किचन प्रोजेक्ट फिलहाल पॉलिसी में बदलाव के चलते लंबित रखा गया है।
सुरक्षा के कई उपाय कर रहे आइआरसीटीसी में पश्चिम जोन के जीजीएम राहुल हिमालयन ने शुक्रवार को सूरत स्टेशन पर महामारी के बीच फिर से शुरू हुई तेजस एक्सप्रेस और यात्रियों के फिडबैक की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए तेजस एक्सप्रेस में वडोदरा और अहमदाबाद के पर्यटक स्थलों को जोड़ रहे है। चेयर कार में 12 और एक्जुकेटिव क्लास में छह सीटें पर्यटकों के लिए आरक्षित की जाएंगी। इसके अलावा यात्रियों के लिए अंधेरी स्टेशन पर एक अतिरिक्त ठहराव शुरू किया गया है। इससे मुम्बई हवाई अड्डे के माध्यम से अतिरिक्त यात्रा करने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। हालांकि इस अतिरिक्त ठहराव से अन्य स्टेशनों के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए आइआरसीटीसी ने सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है। यात्रियों को सुरक्षा किट के साथ मास्क, दस्ताने, फेस शिल्ड और हैंड सेनेटाइजर दिया जाता है।
बोर्डिंग से पहले सामान को भी किटाणुरहित किया जाता है। सभी बोर्ड सेवा में हाउसकीपिंग और सुरक्षा कर्मचारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। अहमदाबाद और मुम्बई से ट्रेन शुरू होने के पहले डिब्बों में फॉगिंग से पूरी ट्रेन को सेनेटाइज किया जाता है। सीटों के आदान-प्रदान की अनुमति नहीं है। फेस कवर, मास्क का उपयोग अनिवार्य है। आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करना आवश्यक है। गौरतलब है कि, राजधानी और शताब्दी समेत प्रीमियम ट्रेनों में खाने की सप्लाई बंद कर दी गई है। इसमें यात्रियों को पैक्ड फूड दिया जाता है।
कोविड-19 के चलते नए प्रोजेक्ट अधर में सूरत रेलवे स्टेशन पर पुराने पार्सल कार्यालय को वीआइपी लॉंज में तबदील करने की कवायद शुरू की गई थी। लेकिन आइआरसीटीसी के जीजीएम हिमालयन ने बताया कि कोविड-19 के चलते रेलवे बोर्ड ने पॉलिसी में बदलाव किया है। वीआईपी लॉन्ज की योजना फिलहाल लंबित है। इसी तरह सूरत में बेस किचन बनाने के लिए भी जगह का निरीक्षण किया गया था। लेकिन कोविड-19 के चलते ट्रेनों में खाने की सप्लाई बंद है। हालांकि तेजस एक्सप्रेस एक मात्र ट्रेन है, जिसमें खाना दिया जाता है। कोरोना के चलते सूरत समेत अन्य स्टेशनों पर बनने वाले बेस किचन प्रोजेक्ट भी लंबित है।
60 दिन पहले बुकिंग पर कम किराया अहमदाबाद से मुम्बई जाने वाली तेजस एक्सप्रेस के साथ-साथ कर्णावती और डबल डेकर एसी स्पेशल ट्रेनें भी चलती है। इन दोनों ट्रेनों का किराया तेजस एक्सप्रेस की तुलना में कम है। राहुल ने बताया कि दो माह पहले टिकट बुक करने वाले यात्रियों को शताब्दी के समकक्ष किराया लेने पर विचार कर रहे हैं। उसके बाद 40 से 60 दिन के अंदर की बुकिंग पर किराया थोड़ा बढ़ाकर लेंगे। वहीं इससे भी कम समय में टिकट बुक करने वालों से प्रीमियम किराया लेने पर विचार किया जा रहा है। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के कारण 50 प्रतिशत सीटें रिक्त रह जाती है। हाल में ही तेजस एक्सप्रेस में मंगलवार को कम बुकिंग के चलते नवम्बर से मार्च के बीच 16 ट्रिप रद्द करने का निर्णय किया है।