अपने संबोधन में पीएम ने बिना नाम लिए पाकिस्तान व चीन के साथ विपक्षी दलों पर भी करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश व उनकी संसद में आतंकवादी घटनाओं को स्वीकार किया जा रहा है। भारत में कुछ दलों ने इस पर निम्न स्तर की राजनीति कर घटिया बयानबाजी की थी। पुलवामा हमले को देश कभी भूल नहीं सकता। विविधता में एकता भारत की बड़ी पहचान है और कुछ लोगों को यह खटक रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल में लोगों ने जिस धैर्य का परिचय दिया और कोरोना वारियर्स का सम्मान बढ़ाया वह प्रशंसनीय है। देशवासियों के बल पर कोरोना से जूझने, लडऩे और आगे बढऩे की ताकत मिली। कोरोना महामारी ने बड़े देशों को मजबूर कर दिया, मगर भारत ने इसका मजबूती के साथ मुकाबला किया।
पीएम ने धारा 370 हटाने और राम मंदिर मुददे पर बोलते हुए कहा कि कश्मीर अब विकास के नए मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। महिर्ष वाल्मीकि ने राम के आर्दश व संस्कार के माध्यम से देश को जोडने का काम किया। राममंदिर का सपना पूरा हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों का भी तेजी से विकास हो रहा है। सरदार पटेल के सपने को साकार करने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भी देश आत्मनिर्भर बन रहा है। सीमा पर देश की नजर व नजरिया बदल गया है। देश की संप्रभुता व सम्मान की रक्षा के लिए सरकार सज्ज व प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से किसी का भला नहीं होने वाला। शांति, भाईचारा व परस्पर सम्मान के साथ एकता का भाव भारत में है। भारत ने बुध्द से लेकर गांधी तक पूरे विश्व को शांति व एकता का संदेश दिया है। पूरे विश्व को एकजुट होकर आतंकवाद को हराना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ दल गंदी राजनीति कर रहे हैं। विपक्षी दलों को देश विरोधी ताकतों के हाथों में नहीं खेलना चाहिए। पीएम ने कहा कि केवडिया पूरे विश्व में पर्यटन का नया केन्द्र बनेगा। पर्यटन विकास से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और उनकी जीवन शैली में बदलाव आएगा।