-सोसायटी में ही किया विसर्जन लोकपर्व गणगौर के समापन मौके पर चैत्र शुक्ल तृतीया गुरुवार को कोरोना महामारी की वजह से ज्यादातर महिलाओं-युवतियों ने विसर्जन कार्यक्रम का आयोजन सोसायटी-अपार्टमेंट में ही किया। इस दौरान कई महिलाओं ने पानी की बाल्टी में होली की राख से निर्मित पिंडियों समेत अन्य पूजा सामग्री का विसर्जन किया तो कई ने सोसायटी के स्वीमिंग पुल का विसर्जन के लिए उपयोग किया।
-सुबह से चलता रहा पूजा का दौर शहर में मुख्य रूप से गणगौर की सवारी का कार्यक्रम परवत पाटिया स्थित जैननगर सोसायटी में किया जाता है और यहां स्थापित ईसर-गौर की प्रतिमाओं के पूजन के लिए गुरुवार को सुबह से महिलाओं-युवतियों का आने का सिलसिला चलता रहा। यहां पर कई महिलाएं-युवतियां घरों से भी ईसर-गौर की प्रतिमा लेकर आई और विधिविधान से पूजा-आराधना कर लौटी, यह दौर शाम तक चलता रहा।
-पत्रिका की सलाह को माना कोरोना महामारी को रोकने के महत्वपूर्ण उपाय मास्क के उपयोग के बारे में पत्रिका ने सभी पाठकों को सलाह दी थी और उसका भरपूर उपयोग चैत्र शुक्ल तृतीया गुरुवार को गणगौर की विदाई वेला में महिलाओं-युवतियों व किशोरियों ने किया। शहर के ज्यादातर क्षेत्र की सोसायटी-अपार्टमेंट में गणगौर की पूजा के दौरान महिलाएं, युवतियां व किशोरियां मास्क के साथ ही नजर आई।