मुख्यमंत्री ने विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों में गुजरात को 12 हजार करोड़ रुपए के विकास प्रोजेक्ट्स मिले हैं। कोरोना पर काबू पाने को लेकर गुजरात में बेहतर काम हो रहा है और रिकवरी रेट 90 फीसदी तक पहुंच गया है। वहीं, मृत्यु दर घटकर 2.25 फीसदी रह गई है। नर्मद नगरी सूरत को सोने की मूरत बनाने के लिए सूरत महानगर पालिका ने अथक परिश्रम किया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में सूरत देश का दूसरा और गुजरात में पहले पायदान पर है। उन्होंने आने वाले दिनों में मेट्रो ट्रेन, रिवरफ्रंट, तापी शुद्धिकरण, ड्रीम सिटी समेत अन्य प्रोजेक्ट्स का जिक्र करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट्स सूरत की सूरत बदल देंगे।
प्रदेश भाजपा प्रमुख और नवसारी सांसद सीआर पाटिल ने कहा कि सूरत शहर देश का सिंगापुर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने सूरत के विकास में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। सांसद दर्शना जरदोश ने कहा कि सूरत दुनिया के तेजी से विकास कर रहे शीर्ष शहरों में शामिल है। महापौर डॉ. जगदीश पटेल ने कहा कि सूरत की विकास यात्रा निर्बाध जारी रहेगी। मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने मुख्यमंत्री को बताया कि कुंभारिया से कडोदरा तक सात किमी लंबे बीआरटीएस कॉरिडोर के अनावरण के बाद शहर में बीआरटीएस कॉरिडोर 108 रनिंग किमी का हो गया है। इसके साथ ही यह देश का सबसे लंबा बीआरटीएस कॉरिडोर बन गया है।