IT RAID : पीवीएस शर्मा के नाम साढ़े छह करोड़ की संपति !

– 10 ठिकानों पर आयकर विभाग की जांच पूर्ण, तीन स्थानों पर जारी

<p>IT RAID : पीवीएस शर्मा के नाम साढ़े छह करोड़ की संपति !</p>
सूरत. आयकर विभाग की डीआई विंग के 50 से अधिक अधिकारियों की टीमों ने भाजपा नेता व पूर्व आयकर अधिकारी पीवीएस शर्मा के 10 ठिकानों पर जांच पूरी कर दी है, शेष 3 स्थानों पर भी देर रात तक जांच जारी रही। शुक्रवार को जांच में और 59 लाख नकद व 63 लाख के जेवर मिले हैं।
गुरुवार को साढ़े तीन लाख नकद मिले व तीन बैंक लॉकरों की जानकारी मिली थी। इन लॉकरों को शुक्रवार को ऑपरेट किया गया। इनमें सोना, चांदी व हीरे के जेवर मिले। कागजातों के हिसाब से 25 लाख के जेवर मिले।
सूरत म उन इलाके में 18 प्लॉट, वेस्टर्न बिजनेस पार्क में दुकान, पलसाणा में फ्लैट, परवत पाटिया में फ्लैट, पार्ले प्वाइंट में एक प्लॉट, शर्मा के नाम तीन करोड़ की संपति, साढ़े तीन करोड़ का निवेश व लोन मिला कर कुल साढ़े छह करोड़ से अधिक की संपति है।
शर्मा के शाह प्रजापति कंस्ट्रक्शन में निदेशक होने की जानकारी मिली है। कंपनी में बिल्डर धवल शाह समेत 25 निदेशक हैं। बताते हैं कि शर्मा के पास कोई शेयर नहीं है। वे कुछ समय पूर्व कंपनी से निकल गए थे। यह शेल कंपनी भी हो सकती है।
इस कंपनी का उपयोग डायरेक्टरों की सहूलियत के।लिए हो रहा हो सकता है। कंपनी की बैलेन्स शीट में मजूरा गेट की एक दुकान की खरीद फ़रोख़्त का उल्लेख है। इस कंपनी के सभी निदेशकों को नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी।
शर्मा मुंबई की कुसुम सिलिकोन कंपनी में 2011 से कार्यरत हैं। जिससे डेढ़ लाख वेतन मिलता है। अब तक 90 लाख कमिशन भी मिल चुका है, लेकिन कंपनी में कोई उन्हें पहचानता नहीं है! कुसुम डाइकैम नाम की एक और कंपनी मिली है।
कंपनी के मालिक कुसुम खंडेलिया व कौशल खंडेलिया के पार्लेप्वाइंट स्थित घर की भी पड़ताल की जा रही है। शर्मा साकेत मीडिया के नाम से एक न्यूज पेपर भी चलाते हैं। जिसमें कुसुम खंडेलिया व कौशल खंडेलिया भी डायरेक्टर हैं। आश्चर्य है कि उसकी हजारों कॉपी बताते हुए 90 लाख का लेन-देन भी बताया गया है। इन सब जानकारियों की जांच की जा रही है।

ये है मामला :
भाजपा नेता पीवीएस शर्मा ने ट्वीट््र पर नोटबंदी के दौरान सूरत में हुई सोने की बिक्री में हजारों करोड़ का घपला व मनीलॉन्डरिंग होने का दावा किया था। उन्होंने इसमें आयकर विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत होने वे सरकार के आर्थिक सुधार के प्रयासों को विफल करने की साजिश होने की बात की थी। उन्होंने कलामंदिर ज्वैलर्स पर करोड़ों की कर चोरी का आरोप लगाया था। जिसके बाद आ.कर विभाग की टीम ने उनके घर पर छापा मार कर जांच शुरू की थी।

कौन है पीवीएस शर्मा :
पूर्व आयकर अधिकारी पीवीएस शर्मा महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। उन्होंने आयकर इंस्पेक्टर के रूप में शुरुआत की थी। ऐसेसमेंट व इन्वेस्टीगेशन विंग में रहे। 2001 से 2004 तक गुजरात सर्कल के प्रमुख रहे। 2004 से 2007 तक ऑल इंडिया इनकम टेक्स ऑफिसर्स फेडरेशन के प्रमुख रहे। बाद में विधायक का चुनाव लडऩे के लिए उन्होंने वीआरएस लिया। 2006 में शक्ति प्रदर्शन किया, लेकिन टिकट नहीं मिली। 2007 में भाजपा से जुड़े 2010 से 2015 के दौरान पार्षद रहे।
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