लेकिन उसी वक्त पीडि़त बच्ची की माता उसे ढूंढते हुए छत पर पहुंच गई। राज को घिनौनी हरकत करते हुए देख लिया। राज भी सकपका गया और उसे अपशब्द बोलने लगा। उसने बच्ची की माता को थप्पड़ मार दिया। हो हल्ला होने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया। खबर मिलने पर उधना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
बाइकर्स व्यापारी का मोबाइल ले उड़े
सूरत. दिल्ली गेट गोगापीर मंदिर के निकट से गुजर रहे एक व्यापारी से बाइक पर सवार दो युवक मोबाइल फोन छीन कर फरार हो गए। चोरी गए मोबाइल की कीमत 30 हजार रुपए बताई गई है। घटना के संबंध में वेसू आकाश एवर ग्रीन सोसायटी निवासी पीडि़त धु्रवांश भरत माहेश्वरी े महिधरपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। घटना गत 4 अप्रेल की है। ध्रुवांश गोगापीर मंद िके निकट से गुजर रहे थे। उसी समय बाइकर्स पीछे से आए औ्र उनका हाथ से मोबाइल छीन कर भाग निकले।
सूरत. दिल्ली गेट गोगापीर मंदिर के निकट से गुजर रहे एक व्यापारी से बाइक पर सवार दो युवक मोबाइल फोन छीन कर फरार हो गए। चोरी गए मोबाइल की कीमत 30 हजार रुपए बताई गई है। घटना के संबंध में वेसू आकाश एवर ग्रीन सोसायटी निवासी पीडि़त धु्रवांश भरत माहेश्वरी े महिधरपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। घटना गत 4 अप्रेल की है। ध्रुवांश गोगापीर मंद िके निकट से गुजर रहे थे। उसी समय बाइकर्स पीछे से आए औ्र उनका हाथ से मोबाइल छीन कर भाग निकले।
कपड़ा व्यापारी के साथ 6.74 लाख की धोखाधड़ी
सूरत. एक कपडा़ व्यापारी के साथ 6.74 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में वराछा पुलिस ने तीन जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक अश्वनीकुमार रोड स्थित विशालनगर निवासी कौशिक कानाणी, कापोदरा खोडीयार नगर सोसायटी निवासी आशीष घंटाडा तथा कामरेज हंसदेव प्लॉट्स निवासी कमलेश पटेल ने मिल कर वराछा विश्नाथ सोसायटी निवासी कनु मनजी बलर के साथ धोखाधड़ी की।
सूरत. एक कपडा़ व्यापारी के साथ 6.74 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में वराछा पुलिस ने तीन जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक अश्वनीकुमार रोड स्थित विशालनगर निवासी कौशिक कानाणी, कापोदरा खोडीयार नगर सोसायटी निवासी आशीष घंटाडा तथा कामरेज हंसदेव प्लॉट्स निवासी कमलेश पटेल ने मिल कर वराछा विश्नाथ सोसायटी निवासी कनु मनजी बलर के साथ धोखाधड़ी की।
अश्वनी कुमार रोड पर बालाजी इंटरप्राइज के नाम से कारोबार करने वाले तीनों आरोपियों ने गत जनवरी में कनु बलर को भरोसे में लिया और उससे उधार में कपड़ा लिया। उसके बाद उधार लिए माल का भुगतान किए बिना ही तीनों ने अपनी फर्म बंद कर दी और फरार हो गए। इस पर बलर ने वराछा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।