दूसरे शहरों से सूरत आकर काम कर रहे श्रमिक लॉकडाउन के दौरान अपने घरों को लौट गए थे। अनलॉक-1.0 में जब उद्योगों को खोलने की अनुमति मिली तो बड़ी संख्या में श्रमिकों के रिवर्स पलायन के कारण कई उद्योग शुरू नहीं हो पाए। धीरे-धीरे श्रमिकों ने सूरत आना शुरू किया है तो औद्योगिक इकाइयों में भी चहल-पहल दिखने लगी है। इसी बीच मनपा प्रशासन ने अलग-अलग उद्योगों को लेकर कई एसओपी जारी की हैं। इन एसओपी में बाहर से आए श्रमिकों के अनिवार्य रूप से कोविड टैस्ट कराने की बाध्यता रखी है। यह टैस्ट उद्यमियों को अपने खर्च पर कराना है।
श्रमिकों को कोविड टैस्ट के लिए जाने से लंबी कतारों में समय खराब न हो इसके लिए मनपा प्रशासन ने उद्योगों को प्रस्ताव दिया था कि यदि उद्यमी या उद्योग संगठन चाहेंगे तो विशेष पैकेज के तहत मनपा प्रशासन उनके क्षेत्र में आकर कैंप करेगी और श्रमिकों का मौके पर ही कोविड टैस्ट किया जाएगा। इन फेसिलिटी सेंटर पर कोविड टैस्ट का विशेष खर्च उद्योगों को देना होगा। उद्योगों की सहमति मिलने पर मनपा प्रशासन कतारगाम और सचिन जीआइडीसी में कोविड सेंटर खोलने जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक दूसरे उद्योग संगठन मांग करते हैं तो उनके क्षेत्र में भी इस तरह के फेसिलिटी सेंटर खोले जा सकते हैं।