कोरोना के बढ़ते केसों से लोगों में दहशत फैल गई है कि यदि अब नहीं संभले तो फिर स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है। लोग घर से आवश्यक कार्य से ही बाहर निकल रहे हैं। कोरोना के नए स्ट्रेन ने जिले में जमकर कहर बरपाया है। दूर-दराज के खानवेल, रूदाना, आंबोली, खेरड़ी, दपाड़ा, दुधनी, मांदोनी के आदिवासी गांवों में कोरोना ने गली-मोहल्ले मेंं डेरा डाल रखा हैं। प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए टीकाकरण के साथ लोगों को कोविड नियमों की पालना के लिए जागरूक कर रहा है। इसके लिए शहर सहित गांवों में जागरूक रथ दौड़ रहा है। जिले में 44 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
शनि-रवि को लॉकडाउन
शनिवार और रविवार को दूध व मेडिकल को छोड़कर दो दिन सभी बाजारों में दुकानें बंद रहेंगी। दो दिन बंद को देखते हुए सब्जी मार्केट में लोगों की लापरवाही भी दिखाई दी। लोग सोशल डिस्टेंस के बिना किलवणी नाका, बहुमाड़ी में सब्जी व फल खरीदते दिखाई दिए।
रिकवरी में वृद्धि
पिछले तीन दिन से कोरोना मरीजों की रिकवरी में वृद्धि हुई है। अभी तक 2100 से अधिक लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। प्रशासन द्वारा कोरोना से मरने वालों की संख्या 3 बताई गई है। जिले में रोजाना 60 से अधिक ठीक होकर अपने घर लौट रहे हैं।
कोरोना वॉरियर्स की मांग
शहर के युवा कोरोना वॉरियर्स बनकर प्रशासन का साथ दें। इसके लिए युवाओं को नगर परिषद में नामांकन कराना है। इन कोरोना वॉरियर्स से मेडिकल टीम के साथ सोशल डिस्टेंस मेंटेंन करने तथा जरूरी सुविधाओं की आपूर्ति में मदद मिल सके गी।
-मोहित मिश्रा, सीओ, सिलवासा नगर परिषद।