इसी कड़ी में सूरजपुर जिले के ओडग़ी क्षेत्र से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। संजीवनी 108 से अस्पताल लाते समय महिला को प्रसव पीड़ा हुई और ईएमटी ने डॉक्टरों (Doctors) की सलाह से महिला का वाहन में ही सुरक्षित प्रसव कराया। महिला ने बेटी को जन्म दिया। बच्ची की किलकारी सुनते ही परिवार खुशी से झूम उठा।
ओडग़ी विकासखंड के ग्राम टमकी निवासी गुरणी बाई पति सूर्यवंश 27 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर संजीवनी 108 एंबुलेंस से अस्पताल लाया जा रहा था। गांव से 3 किमी दूर पहुंचते ही महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी तो ईएमटी प्रियंका दुबे ने पायलट रामरतन से वाहन को रास्ते के किनारे खड़ा कराया।
इसके बाद ईआरसीपी की सलाह से एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव (Safe delivery) कराने का निर्णय लिया। कुछ ही देर में महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। एंबुलेंस में ही किलकारी गूंजने से महिला व उसके साथ रहे परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई।
अस्पताल में कराया गया भर्ती
एंबुलेंस (Ambulance) में सुरक्षित प्रसव कराने के बाद महिला को ओडग़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Hospital) लाकर भर्ती कराया गया। जहां जच्चा-बच्चा की हालत बेहतर है। इधर प्रसूता व उसके परिजनों ने संजीवनी की टीम को धन्यवाद दिया।