इस मामले में प्रशासन की ओर से 4 स्वास्थ्यकर्मियों को जहां निलंबित किया गया, वहीं बीएमओ को पद से हटाया गया। युवक ने बीएमओ को निलंबित करने के अलावा दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
युवक द्वारा दी गई लिखित शिकायत के अनुसार प्रेमनगर अस्पताल के पूर्व बीएमओ शशिकांत स्नेही सहित अन्य द्वारा लोगों को कोरोना की वैक्सीन निर्धारित डोज से कम लगाकर निजी कंपनी को लगभग 8 हजार डोज बेच दिया गया था। इस संबंध में सोशल मीडिया में ऑडियो और वीडियो वायरल हुआ था।
साथ ही शिकायत भी की गई थी। इसके उपरांत प्रशासन द्वारा संज्ञान लेकर 4 निचले स्तर के स्वास्थ्य कर्मचारियों को दोषी मानते हुए निलंबन की कार्यवाही की गई थी। वहीं शशिकांत स्नेही को प्रेमनगर के बीएमओ के पद से हटाया गया है। लटोरी के एक डॉक्टर को बीएमओ पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
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जांच टीम ने की है खानापूर्ति
युवक ने अपने शिकायत में कहा है कि उक्त मामले की जांच टीम ने खानापूर्ति की है। शिकायतकर्ता ने कलक्टर से इस मामले में निष्पक्षता से पुन: जांच करके दोषियों पर महामारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज करने व पूर्व बीएमओ शशिकांत स्नेही के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग की है।
शेड्यूल से हटकर बीएमओ ने किया काम
बीएमओ ने वैक्सीन की डोज बेची नहीं है बल्कि उसने शेड्यूल से हटकर एक निजी कंपनी के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई है।
गौरव कुमार सिंह, कलक्टर सूरजपुर
बीएमओ ने वैक्सीन की डोज बेची नहीं है बल्कि उसने शेड्यूल से हटकर एक निजी कंपनी के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई है।
गौरव कुमार सिंह, कलक्टर सूरजपुर