पत्रिका ने शिक्षकों के लेट आने (Teachers come late in school) व प्रभारी प्राचार्य द्वारा ग्रामीणों को दी गई लिखित गारंटी को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद बीईओ ने मामले को संज्ञान में लिया।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत गोवर्धनपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों की लेट लतीफी से आक्रोशित ग्रामीण 5 मार्च को स्कूल पहुंच गए थे। इसके बाद प्राचार्य ने स्वयं व अन्य शिक्षकों के बिलंब से आने की बात स्वीकार की थी और लिखकर दिया था कि मैं खुद तथा शिक्षक दीपक गुप्ता, संजय गुप्ता विलंब से आये थे, अब स्कूल विलंब से आएंगे तो सभी का अनुपस्थित लगाऊंगा।
इस मामले को लेकर पत्रिका ने 6 मार्च 2021 के अंक में ‘स्कूल में देरी से पहुंचने पर प्राचार्य को देनी पड़ी लिखित गारंटी’ नामक शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। अब बीईओ ने प्राचार्य को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है।
बीईओ जनार्दन सिंह ने बताया कि तीन दिन में जवाब मांगा गया है जिसके बाद ही संबंधित प्राचार्य व शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्हें नियमित व समय पर स्कूल खोलने व आने की हिदायत दी गई है।
नोटिस में बीईओ ने मांगा स्पष्टीकरण
प्राचार्य को जारी नोटिस में कहा गया है कि आप स्वयं विद्यालय में समय पर उपस्थित नही होते हैं, आप के अधीनस्थ शिक्षक समय पर उपस्थित नहीं होते है तथा अध्यापन कार्य के प्रति गंभीर नहीं हैं। समय पर उपस्थित नही होने वाले शिक्षकों के विरूद्ध आपके द्वारा अब तक क्या कार्रवाई की गई है।
आप एवं आपके शिक्षकों के विरूद्ध स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है क्योंकि आप नियमानुसार स्कूल का संचालन नहीं कर रहे हंै। आप का विद्यालय निर्धारित समय पर नही खुलता है छात्र-छात्रायें अक्सर धूप में खड़े रहकर विद्यालय खुलने का इंतजार करते हैं। नोटिस में पूछा गया है कि बोर्ड परीक्षा में कक्षावार विषयवार कितना पाठ्यक्रम पूर्ण हुआ है तथा परीक्षा के पूर्व पाठ्यक्रम पूर्णता की रणनीति क्या है।