संक्रमण जांच के एक दिन पूर्व यहां बैंक में आया था। उक्त कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने की खबर के बाद यहां बैंक में हडक़ंप मच गया है। (Covid-19) मंगलवार को इसकी जानकारी लगने के बाद जहां बैंक को सेनिटाइज किया गया है वहीं बैंक के तमाम अधिकारी कर्मचारियों का सेंपल विश्रामपुर की टीम द्वारा लिया गया है। इसके साथ ही एहतियात के तौर पर तीन दिन के लिए बैंक को सील किया जा रहा है।
बैंक के इस मामले में दिलचस्प यह है कि कोरोना संक्रमण खतरे के बीच एहतियात के तौर पर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने के तमाम दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं, यहां तक कि शुरूआती दौर में ही विश्वस्तर पर हाथ मिलाने, गले मिलने आदि पर पाबंदी जैसी स्थिति है।
बताया जा रहा है कि इस बैंक में अम्बिकापुर से आए उक्त कर्मचारी से सारे नियमों को तोडक़र अन्य अधिकारी व कर्मचारी ने सिर्फ हाथ ही नहीं मिलाया बल्कि गले भी मिल रहे थे। अब जब उक्त कर्मचारी संक्रमित पाया गया है तो बैंक अधिकारी-कर्मचारियों के होश उड़ गए हैं।
इधर बैंक अधिकारी का कहना है कि अंबिकापुर से आए बैंककर्मी विजिट पर आए थे। उनसे किसी ने न तो हाथ मिलाया है और न ही कोई गले मिला है।
अफसरों को मुख्यालय में ही रहने का सख्त निर्देश
दूसरे जिले से आना-जाना करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कलक्टर ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए उन्हें मुख्यालय में ही रहने का निर्देश जारी किया है। साथ ही उन्होंने चेताया है कि दूसरे जिले से आना-जाना करते पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अफसरों को मुख्यालय में ही रहने का सख्त निर्देश
दूसरे जिले से आना-जाना करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कलक्टर ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए उन्हें मुख्यालय में ही रहने का निर्देश जारी किया है। साथ ही उन्होंने चेताया है कि दूसरे जिले से आना-जाना करते पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासनिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि वर्तमान में नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए कलक्टर रणबीर शर्मा ने जिले के अंदर लोगो की सुरक्षा के लिए ऐसे अधिकारी व कर्मचारी जो अन्य जिले में निवास करते हैं और अन्य जिले से आना-जाना करते हैं, उन्हें अपने नियत मुख्यालय में निवास करने हेतु निर्देशित किया है।
साथ ही भविष्य में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को मुख्यालय में निवास नहीं करते पाये जाने पर उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।