ये भी पढ़ें- सीएम योगी का चला हंटर, आईपीएस अफसरों के निलंबन के बाद अब संपत्तियों की होगी जांच 17 जून से हो रही बारिश से इस बार दलहन और तिलहन की फसलों में पैदावार बढ़ने की ज्यादा उम्मीद है। ज्यादातर कम सिंचाई के क्षेत्र वाले खेतों में बोई जाने वाली अरहर और तिल की फसल के लिए अधिक बरसात नुकसानदेह होती है। इसलिए किसान कम सिंचाई वाले खेतों में अरहर और तिल की खेती करते हैं। एक खेत में एक साथ दो फसलों के बोने से किसानों को नुकसान की कम संभावना है। इस साल अंतराल पर हो रही बारिश बहुत अच्छी मानी जा रही हैं।