ये भी पढ़ें- कानपुर एनकाउंटरः पुलिस ने बसपा नेता अनुपम दुबे समेत 12 को लिया हिरासत में सिपाही सुनील पर साल भर से अवैध शराब तस्करी में लिप्त होने की जांच चल रही थी। बताया जाता है कि रायबरेली जिले का रहने वाला सिपाही सुनील अमेठी व सुल्तानपुर जिले में तैनात रहा है। साल भर पहले अमेठी में ही एक टैंकर अल्कोहल पकड़ा गया था। तब उसके ड्राइवर ने बताया था कि वह अल्कोहल की अवैध तस्करी सिपाही सुनील के लिए कर रहा है। वह लंबे समय से अवैध शराब का धंधा कर रहा है। सिपाही को तब गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। जमानत पर छूटने पर उसे निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद उसकी तैनाती सुल्तानपुर पुलिस लाइन्स में कर दी गई थी।
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सुनील कुमार के विरुद्ध तत्कालीन एसपी ने जांच बैठाई थी। तभी से जांच कछुआ गति से चलती रही। कानुपर एनकाउंटर के मुख्य आरोपी विकास दुबे की कई पुलिस वालों से सांठ गांठ थी। जांच में अब कई चौंकाने वाले तथ्य पता चल रहे हैं। इनमें पुलिस द्वारा विकास के लिए मुखबिरी करने जैसी बातें भी सामने आ रहे हैं। विकास का काफी धन शराब के कारोबार में लगे होनी की सूचना है।
सुनील कुमार के विरुद्ध तत्कालीन एसपी ने जांच बैठाई थी। तभी से जांच कछुआ गति से चलती रही। कानुपर एनकाउंटर के मुख्य आरोपी विकास दुबे की कई पुलिस वालों से सांठ गांठ थी। जांच में अब कई चौंकाने वाले तथ्य पता चल रहे हैं। इनमें पुलिस द्वारा विकास के लिए मुखबिरी करने जैसी बातें भी सामने आ रहे हैं। विकास का काफी धन शराब के कारोबार में लगे होनी की सूचना है।