जिले की अनाज मंडियों में चार दिन से चल रही हड़ताल समाप्त

बैठक कर 15 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं करने पर फिर से अनिश्चिकालीन मंडियां बंद करने केंद्र व राज्य सरकार को दी चेतावनी

<p>जिले की अनाज मंडियों में चार दिन से चल रही हड़ताल समाप्त</p>
जिले की अनाज मंडियों में चार दिन से चल रही हड़ताल समाप्त
-बैठक कर 15 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं करने पर फिर से अनिश्चिकालीन मंडियां बंद करने केंद्र व राज्य सरकार को दी चेतावनी
श्रीगंगानगर. केंद्र सरकार के पांच जून को नए मंडी एक्ट लागू करने के खिलाफ चार दिन से चल रही राज्यव्यापी हड़ताल समाप्त कर दी गई है। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ व संघर्ष समिति के सदस्यों से कोरोना संक्रमण में दूरभाष पर बातचीत कर चार दिन की हड़ताल एक बार समाप्त करने का निर्णय किया है। साथ ही निर्णय किया है कि राज्य व केंद्र सरकार को मांगों के लिए समय दिया गया है कि यदि 15 सितंबर तक व्यापारियों की मांगों पर कोई कार्रवाई की जाती है तो ठीक नहीं तो फिर राज्य भर की अनाज मंडियां बैठकर फिर से अनिश्चितकालीन बंद करने की चेतावनी दी गई है।
श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ संयुक्त व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष हनुमान गोयल ने बताया कि केंद्र सरकार का नया एक्ट व्यापारी, मजदूर व किसान विरोधी है। इसको लेकर संघर्ष किया जाएगा लेकिन एक बार हड़ताल समाप्त करने का निर्णय राज्य स्तर पर सभी व्यापारियों से विचार-विमर्श करके किया गया है। वहीं, शनिवार व रविवार को श्रीगंगानगर जिले में लॉकडाउन की वजह से कृषि उपज मंडी समिति अनाज में भी व्यापारिक गतिविधियां बंद रहेगी।
हर वर्ग को आर्थिक रूप से नुकसान
श्रीगंगानगर सहित राज्य भर की 249 अनाज मंडियों में कृषि जिंसों की खरीद-फरोख्त सहित अन्य कोई काम-काज मंडियों में नहीं हुआ। न मंडियों में कृषि जिंसों की आवक-जावक हुई। इस कारण हर वर्ग को इसका आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है। साथ ही मंडी समिति को राजस्व का नुकसान भी हुआ है। मजदूर वर्ग का काम-धंधा भी बंद रहा।
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