-ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर क्रमिक अनशन करने की दी चेतावनी श्रीगंगानगर. कक्षा 10 वीं का परीक्षा परिणाम 41 प्रतिशत रहने और प्रधानाध्यापिका व स्टाफ के व्यवहार से खफा ग्रामीणों ने पिछले चार दिन से स्कूल के तालाबंदी कर रखी है। साथ ही मुख्य गेट पर धरना लगा कर विरोध कर रहे हैं। स्कूल के तालाबंदी के समर्थन में गुरुवार को ग्रामीणों ने मुख्य बस स्टैंड, मैन बाजार, टैक्सी यूनियन व फल-सब्जी मंडी में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक बंद रखा गया और धरना स्थल पर शामिल हुए। इस दौरान शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर मांगें पूरी नहीं करने पर शुक्रवार से क्रमिक अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है। धरना स्थल पर जीकेएस के रणजीत सिंह राजू, मनिंद्र सिंह मान, विनोद खीचड़, ओम बिश्नोई, नरेश चुघ, बलदेव चावला, राजकुमार सिडाना, नरेश उपनेजा, रामकुमार सहारण, दिलीप सहारण, साहबराम साहरण,धर्मवीर व जसवंत घणघस सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
नहीं आया काई अधिकारी, साढ़े पांच बजे तक धरना
धरना स्थल पर दो दिन से शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से कोई अधिकारी नहीं आया। गुरुवार को संयुक्त निदेशक बीकानेर आने की सूचना थी। लेकिन इनका दिन भर इंतजार होता रहा। इस कारण स्कूल स्टाफ लाइब्रेरी की तरफ बैठे रहें और ग्रामीणों का धरना शाम 5.30 बजे तक चलता रहा। लेकिन शिक्षा विभाग का धरना स्थल पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। इस बीच गांव ततारसर से प्रधानाध्यापिका के समर्थन में कुछ लोग भी आए हुए थे।
धरना स्थल पर दो दिन से शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से कोई अधिकारी नहीं आया। गुरुवार को संयुक्त निदेशक बीकानेर आने की सूचना थी। लेकिन इनका दिन भर इंतजार होता रहा। इस कारण स्कूल स्टाफ लाइब्रेरी की तरफ बैठे रहें और ग्रामीणों का धरना शाम 5.30 बजे तक चलता रहा। लेकिन शिक्षा विभाग का धरना स्थल पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। इस बीच गांव ततारसर से प्रधानाध्यापिका के समर्थन में कुछ लोग भी आए हुए थे।