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कांटे का रहा मुकाबला
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मैच का पहला क्वार्टर 1-1 की बराबरी पर छूटा। इस क्वार्टर में वंदना कटारिया ने गोल दागकर भारत को बढ़त दिला ली। लेकिन क्वार्टर खत्म होने के आखिरी मिनटों में साउथ अफ्रीका ने गोल दागकर मैच में बराबरी की। इसके बाद वंदना ने एक और गोल दाग दिया। लेकिन साउथ अफ्रीका ने आखिरी पलों में फिर से बराबरी कर ली। इस तरह यह मुकाबले कांटे का रहा।
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वंदना की हैट्रिक से जीता भारत
तीसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों की ओर से एक-एक गोल हुए और मैच बराबरी पर छूटा। भारत के लिए तीसरा गोल नेहा ने दागा। जिसके बाद क्वार्टर के खत्म होने से 7 मिनट पहले साउथ अफ्रीका ने गोल दागकर फिर से बराबरी कर ली। अब चौथा क्वार्टर निर्णायक हो गया। इस निर्णायक घड़ी में भारत की वंदना कटारिया एक बार फिर से चमकीं। गोल दागकर टीम को विजय दिला दी। भारत की बढ़त अब 4-3 की हो गई, जिसे वो आखिर तक बरकरार रखने में कामयाब रहा। भारत की वंदना कटारिया ने इस मैच में हैट्रिक लगाते हुए 3 गोल दागे और ओलिंपिक की टर्फ पर ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी बनीं।
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क्वार्टर फाइनल की उम्मीदें जिंदा
भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपनी ओर से क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की सारी संभावनाओं को बरकरार रखा है। अब उसे इंतजार करना है आज शाम ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड के बीच होने वाले मैच का। भारत को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच में आयरलैंड की हार जरूरी है। आयरलैंड की हार के बाद भारत क्वार्टर फाइनल में पहुंचा तो उसे अपने डिफेंस पर भी काम करना होगा। क्योंकि क्वार्टर फाइनल की चुनौती और भी दमदार होगी।