रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप से भारत के कई टॉप रेलसर ने अपने नाम वापस ले लिए हैं तो कोई चोट की वजह से बाहर हो गया। इससे भारत को मिलने वाले मेडल की संख्या पर काफी फर्क पड़ सकता है। 8 अगस्त को खत्म हुए टोक्यो ओलंपिक में बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। अब वह चोट के चलते करीब 4 हफ्तों तक मैट से बाहर रहेंगे। ऐसे में वह रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप से हट गए हैं। वहीं विनेश फोगाट, दिव्या काकरण और सोनम मलिक का नाम पहले ही इस चैंपियनशिप से वापस ले लिया गया है।
बजरंग पूनिया को टोक्यो से पहले लगी थी घुटने में चोट
टोक्यो ओलंपिक से पहले रूस में बजरंग पूनिया को घुटने में चोट लग गई थी। अब जब उन्होंने एमआरआई कराई तो उन्हें पता चला कि उन्हें लिगामेंट में चोट आई और डॉक्टर ने उन्हें 4 से 6 हफ्ते तक मैट से दूर रहने की सलाह दी है। वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन नॉर्वे के ओस्लो में दो से 10 अक्टूबर तक किया जाएगा और रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम पूरा होने तक बजरंग ट्रेनिंग शुरू नहीं कर पाएंगे।
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बजरंग के लिगामेंट में है चोट
बजरंग पूनिया ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मेरे लिगामेंट में चोट है डॉक्टर ने मुझे 6 हफ्ते तक मैट से दूर रहने की सलाह दी है। ऐसे में इस साल का लगभग मेरा सत्र खत्म ही मानों। क्योंकि अब विश्व चैंपियनशिप ही बड़ा टूर्नामेंट बचा था। बाकी बचे हुए साल में अब कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं है। गौरतलब है कि टोक्यो खेलों से पहले जून में रूस में अली अलियेव टूर्नामेंट में खेलते हुए बजरंग को चोट लगी थी।
अपने पुराने कोच के साथ ट्रेनिंग करना चाहते हैं पूनिया
बजरंग पूनिया का कहना है कि वह अपने पुराने कोच शाको बेनटिनिडिस के साथ ट्रेनिंग करना चाहते हैं। उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका है वह स्वदेश लौट चुके है और भारतीय कुश्ती महासंघ ने अभी तक उन्हें नया अनुबंध नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला ओलंपिक था और मैंने ओलंपिक में पदक जीतने का सपना देखा था। टोक्यो में मैं दर्द के बावजूद खेला और मेरा मेडल जीतने का सपना भी पूरा हुआ।