Great Inventions : जिन्हें जीवनभर अपने ही महान आविष्कारों पर पछतावा रहा

-परमाणु बम, डाइनामाइट, विमान, पेपर स्प्रे और एके-47 ऑटोमेटिक राइफल के दुष्प्रभाव देखकर इन्हें खोजने वाले वैज्ञानिक और इंजीनियर काफी दुखी थे।

<p>दुष्प्रभाव देखकर इन्हें खोजने वाले वैज्ञानिक और इंजीनियर काफी दुखी थे।</p>
आवश्यकता ने खोज और आविष्कार को जन्म दिया। कुछ ने जीवन को सरल बनाया और दुनिया को नई दिशा दी, जबकि कुछ दुरुपयोग के चलते मानवता के लिए नासूर बन गए। ऐसे आविष्कारों को करने वाले वैज्ञानिक और इंजीनियरों को भी इसका जीवनभर मलाल रहा।
रॉबर्ट ओपेनहाइमर (परमाणु बम)
द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अल्बर्ट आइंस्टीन और जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने परमाणु बम का निर्माण किया था। लेकिन इसके दुुरुपयोग और गंभीर दुष्प्रभाव को देखने के बाद दोनों को वर्षों अपने आविष्कार पर पछतावा रहा।
अल्फ्रेड नोबल (डाइनामाइट)
वर्ष 1888 में गलती से एक अखबार ने डाइनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबल की मौत की खबर छाप दी। लिखा, मौत के सौदागर की मृत्यु। इससे उन्हें गहरा आघात लगा। बाद में इन्होंने शांति के लिए नोबेल पुरस्कार शुरू किया।
मिखाइल कलाश्निकोव (ए-के 47)
सोवियत इंजीनियर मिखाइल कलाश्निकोव ने दूसरे विश्वयुद्ध के बाद ए-के 47 ऑटोमेटिक राइफल बनाई थी। मिखाइल को ए-के 47 से होने वाली मौतों ने काफी दुखी किया और वे इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानते रहे।
ऑरविल राइट (हवाई जहाज)
हवाई जहाज की खोज करने वाले राइट ब्रदर्स ऑरविल और विल्बर ने वर्ष 1890 में अमेरिकी सेना को विमान बेचे, लेकिन पहले विश्व युद्ध में इनसे जो विध्वंस हुआ, उसे देख कर ऑरविल राइट काफी विचलित हो गए थे।
कैमरन लोगमान (पेपर स्प्रे)
कैमरन लोगमान ने पेपर स्प्रे को हथियार के रूप में बदला। इसके लिए उन्होंने एक गाइड भी लिखी कि इसे कैसे इस्तेमाल किया जाना है? बाद के वर्षों में विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए इसका इस्तेमाल होने पर वे दुखी हुए।
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