विमला कहती हैं कि 2012 में पहली बार फायर वुमन के पद पर भर्ती निकाली गई। 2015 में उन्हें नौकरी मिली। अपनी ट्रेनिंग के दौरान मालवीय नगर में लगी आग बुझाने के लिए वे टीम के साथ गई थी। उस दौरान एक हादसे में उनकी जान बाल-बाल बची। वे कहती हैं कि इससे मुझे हमेशा सतर्क रहने की सीख मिली। उन्होंने पिछले दिनों ही पुलिस मुख्यालय में फायर कंट्रोल रूम का काम भी संभाला है।
खेलों में भी दिखाया दमखम, जीते स्वर्ण पदक
वे खेलों से भी जुड़ी हैं। फायर मैन गेम्स में विमला का प्रदर्शन देशभर को गौरवान्वित करने वाला है। उन्होंने साउथ कोरिया में हुए शॉर्ट पुट और हैमर थ्रो में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते हैं, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।
वे खेलों से भी जुड़ी हैं। फायर मैन गेम्स में विमला का प्रदर्शन देशभर को गौरवान्वित करने वाला है। उन्होंने साउथ कोरिया में हुए शॉर्ट पुट और हैमर थ्रो में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते हैं, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।